CBSE 12वीं रिजल्ट 2025: लड़कियां फिर छाईं, 91.64% पास रेट, तेलंगाना-आंध्र प्रदेश टॉप पर

CBSE 12वीं रिजल्ट 2025: लड़कियां फिर छाईं, 91.64% पास रेट, तेलंगाना-आंध्र प्रदेश टॉप पर

CBSE 12वीं रिजल्ट 2025: लड़कियां फिर छाईं, 91.64% पास रेट, तेलंगाना-आंध्र प्रदेश टॉप पर

मई 14, 2025 इंच  शिक्षा विकास शर्मा

द्वारा विकास शर्मा

CBSE 12वीं रिजल्ट 2025: आंकड़ों में नया रिकॉर्ड

इस बार CBSE ने 13 मई 2025 को 12वीं का रिजल्ट जारी किया, जिसमें कुल 88.39% विद्यार्थी पास हुए हैं। ये आंकड़ा पिछले साल के मुकाबले थोड़ा ऊपर गया है—साल 2024 में पास प्रतिशत 87.98% था। कभी रिजल्ट का इंतजार करने वाले छात्रों और अभिभावकों के लिए यह राहत की खबर रही। पास प्रतिशत में छोटा ही सही, लेकिन 0.41% की बढ़ोतरी से साफ दिखाई देता है कि बोर्ड की मेहनत और छात्रों का जुनून लगातार रंग ला रहा है।

लड़कियों ने एक बार फिर बाज़ी मार ली है। इस साल 91.64% लड़कियां पास हुई हैं, जबकि लड़कों का पास प्रतिशत 85.70% रहा। मतलब, लड़कियों ने करीब 5.94% की बढ़त बना रखी है। शिक्षा के क्षेत्र में बेटियों की यह लगातार कामयाबी संसाधनों और सोच में बदलाव का संकेत भी है।

अगर टॉप करने वाले क्षेत्रों की बात करें, तो तेलंगाना और आंध्र प्रदेश फिर से आगे निकले हैं। इन राज्यों के विद्यार्थियों ने पिछले सालों की तरह इस बार भी नंबरों के मामले में बाज़ी मारी। वहीं, शहरों में विजयवाड़ा सबसे टॉप पर रहा, जहां से सबसे ज्यादा छात्र उत्तीर्ण हुए। यह साफ है कि दक्षिण भारत के कुछ इलाके शैक्षिक उपलब्धियों के मामले में सबसे मजबूत बने हुए हैं।

सफलता की कहानियाँ: ट्रांसजेंडर और विशेष जरूरतों वाले बच्चों की उपलब्धियां

इस बार ट्रांसजेंडर श्रेणी के लिए रिजल्ट खास समभावना लेकर आया। 2024 में इनमें सिर्फ 50% छात्र ही पास हो पाए थे, जबकि 2025 में यह आंकड़ा सीधे 100% जा पहुंचा। यह एक बड़ी और सकारात्मक छलांग है, जिन्होंने समाज में अलग पहचान बनाकर न केवल खुद को, बल्कि शिक्षा व्यवस्था को भी मजबूत संदेश दिया है।

स्पेशल नीड्स वाले बच्चों यानी CWSN—Children With Special Needs—की बात करें तो, कुल 5,668 में से 5,280 बच्चे पास हुए हैं। इनमें से 290 छात्रों ने 90% से अधिक अंक हासिल किए, जबकि 55 बच्चों ने 95% से ज्यादा फैसिलिटी के बावजूद बेहतरीन मार्क्स पाए। ऐसे बच्चों की सफलता यह जता रही है कि अब सुविधाएं और समावेशी शिक्षा व्यवस्था उन तक सही मायनों में पहुंच रही है।

अंक के लिहाज से देखें तो बोर्ड ने बताया कि इस साल 1.11 लाख से ज्यादा छात्र-छात्राओं ने 90% से अधिक अंक हासिल किए हैं। वहीं, 24,867 विद्यार्थियों ने 95% से भी ऊपर नंबर पाए हैं—यानी प्रतियोगिता बेहद तीव्र हो गई है।

जो छात्र रिजल्ट से संतुष्ट नहीं हैं, उनके लिए उम्मीद बनी हुई है। CBSE जल्दी ही मार्क्स वेरिफिकेशन और री-इवैल्यूएशन के लिए आवेदन का लिंक एक्टिव करेगा। साथ ही, जो छात्र फेल हो गए हैं, उन्हें सप्लीमेंट्री परीक्षा (पूरक परीक्षा) का मौका भी मिलेगा।

यानी सीबीएसई 12वीं 2025 के परिणाम, न सिर्फ अच्छे नंबरों से, बल्कि विविधता और समावेशिता की मिसाल के तौर पर भी याद रखे जाएंगे।


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विकास शर्मा

विकास शर्मा

मैं एक प्रतिष्ठित पत्रकार और लेखक हूँ, जो दैनिक खबरों से जुड़े मुद्दों पर लिखना पसंद करता हूँ। मैंने कई प्रतिष्ठित समाचार संस्थानों में कार्य किया है और मुझे जनता को सही और सटीक जानकारी प्रदान करने में खुशी मिलती है।

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