कोलकाता पुलिस ने नबन्ना अभिजान मार्च को पानी की बौछार से रोका

कोलकाता पुलिस ने नबन्ना अभिजान मार्च को पानी की बौछार से रोका

कोलकाता पुलिस ने नबन्ना अभिजान मार्च को पानी की बौछार से रोका

अगस्त 27, 2024 इंच  राजनीति विकास शर्मा

द्वारा विकास शर्मा

कोलकाता में नबन्ना अभिजान मार्च

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कोलकाता में एक विशाल नबन्ना अभिजान मार्च का आयोजन किया, जिसका उद्देश्य राज्य सचिवालय नबन्ना तक पहुँचकर ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करना था। इस मार्च में बड़ी संख्या में बीजेपी समर्थक शामिल हुए, जो शहर के विभिन्न हिस्सों से निकलकर सचिवालय की ओर बढ़ रहे थे।

प्रदर्शनकारियों का कहना था कि वे राज्य सरकार की कथित भ्रष्टाचार और शासन विफलताओं के खिलाफ आवाज उठाने के लिए यह मार्च कर रहे हैं। उनका मानना था कि ममता बनर्जी नीत तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सरकार ने अपने कार्यकाल में अनेक गलतियां की हैं और इन मुद्दों पर ध्यान देना अनिवार्य है।

पुलिस की प्रतिक्रिया

इस प्रदर्शन को रोकने के लिए पुलिस ने कड़े इंतजाम किए थे। जैसे ही रैली का जुलूस सचिवालय की ओर बढ़ने लगा, पुलिस ने बैरिकेड्स लगाकर उनका रास्ता रोक दिया। प्रदर्शकारियों और पुलिस के बीच तनाव बढ़ने पर पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछार का सहारा लिया।

इसके बाद हालात बिगड़ गए और हिंसक संघर्षों की स्थिति उत्पन्न हो गई। कई बीजेपी समर्थकों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और उनकी कार्रवाई को अनुचित बताया।

नेताओं की भागीदारी

इस विरोध प्रदर्शन में सिर्फ स्थानीय कार्यकर्ता ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय और राज्य स्तर के कई बड़े बीजेपी नेता भी उपस्थित थे। उन्होंने विरोध प्रदर्शन को समर्थन दिया और ममता बनर्जी सरकार की आलोचना की। इसी दौरान कई नेताओं ने मीडिया के माध्यम से अपनी नाराज़गी जाहिर की और कहा कि राज्य सरकार लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन कर रही है।

बीजेपी के नेताओं ने पुलिस की कार्रवाई की कड़ी निंदा की, इसे लोकतंत्र के खिलाफ और विरोध करने के अधिकार का उल्लंघन बताया। बीजेपी नेताओं ने इसे राजनीतिक संघर्ष की चरम सीमा कहा और ममता बनर्जी सरकार पर आरोप लगाया कि वह सत्ता के दुरुपयोग कर रही है।

घायलों और हिरासत की स्थिति

पानी की बौछार और पुलिसिया कार्रवाई के कारण कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए। घायल हुए लोगों को तुरंत स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया। घटना के दौरान पुलिस ने कई बीजेपी कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी ले लिया। यह भी बताया जा रहा है कि उनके साथ कुछ दल के वरिष्ठ नेताओं को भी गिरफ्तार किया गया।

घायल हुए लोगों में से कुछ की स्थिति गंभीर बताई जा रही है और उन्हें विशेष चिकित्सा सुविधाएं दी जा रही हैं। इस घटना के बाद बीजेपी ने राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा संभालते हुए सड़क पर उतरने का ऐलान किया है।

राजनीतिक तनाव

इस घटना से राज्य में राजनीतिक तनाव और बढ़ गया है। तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी के बीच जारी सियासी खींचतान को इस विरोध प्रदर्शन ने और अधिक धार दी है। दोनों ही दल एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं और राज्य की जनता के बीच इस मुद्दे को लेकर सक्रिय हो गए हैं।

बीजेपी ने इस मौके का फायदा उठाते हुए राज्य सरकार की नीतियों की आलोचना शुरू कर दी है और चुनावों की तैयारी में जुट गई है। वहीं, तृणमूल कांग्रेस ने इस विरोध प्रदर्शन को सत्ता हासिल करने की मंशा के तहत की गई राजनीति करार दिया है।

विरोध प्रदर्शन का असर

इस तरह के विरोध प्रदर्शन राज्य की राजनीति पर बड़ा असर डाल सकते हैं। ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ विपक्ष की तरफ से हो रहे इस आक्रामक विरोध प्रदर्शनों को जनता किस नजरिए से देखती है, यह चुनावों में बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।

बीजेपी के नेताओं का मानना है कि इस तरह के विरोध प्रदर्शन से जनता में उनके खिलाफ हो रहे अन्याय की जानकारी पहुंचाई जा सकेगी और जनता को कांग्रेस सरकार के खिलाफ खड़ा किया जा सकेगा। यह प्रदर्शन एक तरह से बीजेपी के लिए जनसंपर्क अभियान का भी हिस्सा है।

इसके बावजूद, तृणमूल कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि जनता उनके साथ है और विपक्ष की नीतियां सिर्फ सत्ता हासिल करने की कोशिश हैं, जो जनता के बीच पहले ही अस्वीकार हो चुकी हैं।

आगे क्या?

इस घटना ने दोनों दलों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में किस प्रकार की रणनीतियाँ अपनाई जाएंगी और जनता का मन किस ओर मुड़ेगा। वर्तमान राजनीतिक हालात को देखते हुए यह जरूर कहा जा सकता है कि पश्चिम बंगाल में आगामी समय में राजनीतिक उथल-पुथल और बढ़ सकती है।

पूरे राज्य में पुलिस और प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया है ताकि भविष्य में इस तरह के किसी भी विरोध प्रदर्शन को रोका जा सके और कानून व्यवस्था बनी रहे। जनता और राज्य के राजनीतिक दलों की गतिविधियों पर निगरानी रखी जा रही है ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचा जा सके।


साझा:
विकास शर्मा

विकास शर्मा

मैं एक प्रतिष्ठित पत्रकार और लेखक हूँ, जो दैनिक खबरों से जुड़े मुद्दों पर लिखना पसंद करता हूँ। मैंने कई प्रतिष्ठित समाचार संस्थानों में कार्य किया है और मुझे जनता को सही और सटीक जानकारी प्रदान करने में खुशी मिलती है।

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