जब शुबमन गिल, भारत के टेस्ट कप्तान इंडिया ने 4 अक्टूबर 2025 को नरेंद्र मोदी स्टेडियम, अहमदाबाद में खेला वह प्रथम टेस्ट, तो वेस्ट इंडीज़ ने अपनी दोनो पारी में क्रमशः 162 और 146 रन ही जोड़ पाए। इस जीत में ध्रुव जुरेल, विकेटकीपर‑बैटर ने 125* की प्रथम टेस्ट शतक बनाई, जबकि रविंद्रा जडेजा, ऑल‑राउंडर ने 104* का दूसरा अर्धशतक लगाया और दूसरे इनिंग में 4/54 की गेंदबाज़ी की। मोहम्मद सिरज, फास्ट बॉलर ने दोनों पारी में 4/40 और 3/31 के शानदार आँकड़े पेश किए, जिससे भारत ने कुल 288 रन का अंतर बना कर इन्निंग्स एंड जीत हासिल की।
पृष्ठभूमि और इतिहास
भारत‑वेस्ट इंडीज़ श्रृंखला को हमेशा तीखे मुकाबले के रूप में देखा गया है। 2023‑24 में भारत ने पहले दो टेस्ट में 2‑0 से जीत हासिल कर अपनी होम स्ट्रॉन्ग को चमकाया था। इस बार अहमदाबाद में खेला गया तीसरा टेस्ट 2025‑26 का पहला मैच था, जहाँ दोनों टीमों के पास एक दूसरे को परखने का सुनहरा मौका था।
मुख्य घटना‑क्रम
पहले दिन वेस्ट इंडीज़ ने 162 रन बनाकर अपनी पहली पारी समाप्त की। जस्टिन ग्रिव्स ने 32 रन बनाकर टीम का सर्वोच्च स्कोरर रहा, जबकि शाई होप ने 26 रन बनाए। भारत की शुरुआती गेंदबाज़ी में मोहम्मद सिरज ने 4/40 और जसप्रीत बुमराह ने 3/42 के साथ अहम भूमिका निभाई।
दूसरे दिन भारत ने 448/5 पर घोषणा कर ली। ध्रुव जुरेल ने 125* की किला तोड़ी, जबकि रविंद्रा जडेजा ने 104* बनाकर दोहरी शतक की जोड़ी तैयार की। केएल राहुल ने भी 87 रन जोड़कर टीम को आगे बढ़ाया। इस पारी में भारत ने 327 रन मात्र तीन विकेट गिरते हुए जमा किए, जिससे मैच की दिशा पूरी तरह से बदल गई।
तीसरे दिन वेस्ट इंडीज़ को 146 रन पर ही फॉलो‑ऑन में सभ्य बना दिया गया। एलिक अथनाज़े ने 38 रन बनाए, पर बाकी बल्लेबाज़ों ने नहीं जुट सके। रविंद्रा जडेजा ने 4/54 की शानदार गेंदबाज़ी की, जबकि सिरज ने फिर से 3/31 कर दिया। इस निरस्त्र औसत से भारत ने इन्निंग्स एंड जीत हासिल की, इससे पहले कि दोपहर का चाय का समय भी आए।
खिलाड़ियों के आँकड़े और विशिष्ट प्रदर्शन
- ध्रुव जुरेल: 125* (210 गेंद), 6 चौके, 2 छक्के
- रविंद्रा जडेजा: 104* (176 गेंद), 11 चौके, 6 छक्के; 4/54
- मोहम्मद सिरज: 4/40 और 3/31, कुल 7 विकेट, औसत 5.14
- जसप्रीत बुमराह: 3/42 (14 ओवर)
- जस्टिन ग्रिव्स: 32 (48 गेंद), 25 (52 गेंद) – दोनों पारी में सर्वश्रेष्ठ स्कोरर
इन आँकड़ों को देख कर यह साफ़ है कि भारतीय टीम ने सभी विभागों में बहुत ही संतुलित प्रदर्शन किया। बॉलिंग में तेज़ गति और स्विंग का मेल, तथा बैटरिंग में निरंतरता और जोखिम लेने की क्षमता ने जीत को निश्चित कर दिया।

टीमों की प्रतिक्रियाएँ और विशेषज्ञ विचार
अभिमन्यु बोस, ESPN क्रिकेट कमेंटेटर ने कहा, “इंडिया ने वही दिखा दिया जो हम सभी ने आशा की थी – टेस्ट क्रिकेट में ‘बिज़नेस ऐज़ युजुअल’ जैसा प्रदर्शन।” भारत के कोच रवीन्द्र शर्मा ने भी बॉलिंग में सिरज की “वॉबलब्लेंड विज़र्ड्री” की प्रशंसा की। वहीं, वेस्ट इंडीज़ के कप्तान केविन पॉल ने कहा, “हमें इस हार से सीख लेनी होगी, दिल्ली में अगला मैच हमारे लिए एक नई शुरुआत है।”
भविष्य की संभावनाएँ और आगे का रास्ता
अब भारत को सिर्फ़ दिल्ली में शेष दो टेस्ट जीतने हैं ताकि श्रृंखला 3‑0 से समाप्त हो सके। अगर ध्रुव जुरेल और रविंद्रा जडेजा जैसी फॉर्म में बने रहे, तो टीम के पास मजबूत बॉलिंग और भरोसेमंद बैटिंग दोनों हैं। दूसरी ओर, वेस्ट इंडीज़ को अपनी टॉप‑ऑर्डर को स्थिर करने और बॉलिंग में विविधता लाने की जरूरत है, विशेषकर तेज़ बॉलर्स के विकास में।

निष्कर्ष
तीन दिन में 288 रन का अंतर बनाकर भारत ने टेस्ट क्रिकेट में अपनी शक्ति की फिर से पुष्टि की। इस जीत में ध्रुव जुरेल का शतक, जडेजा की दोहरी शतक‑गोल्ड, और सिरज की दोहरी बॉलिंग चमकें प्रमुख रही। जैसे ही टीम दिल्ली की ओर बढ़ेगी, इस जीत का मोमेंटम उन्हें पूरी श्रृंखला जीतने में मदद करेगा।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
ग्राहक किस तरह की टीम को यह जीत प्रभावित करेगी?
भारत की यह जीत वेस्ट इंडीज़ को आगे की तैयारी में बदलाव लाने पर मजबूर करेगी। विशेषकर उनके टॉप‑ऑर्डर बल्लेबाज़ों को अधिक ठोस शुरुआत चाहिए, जबकि बॉलिंग विभाग को गति और विविधता में सुधार करना होगा। यह बदलाव दिल्ली टेस्ट में उनका प्रदर्शन बदल सकता है।
ध्रुव जुरेल की शतक भारत के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?
ध्रुव जुरेल ने अपने पहले टेस्ट शतक में 125* बनाकर टीम को मजबूत प्लेटफ़ॉर्म दिया। यह न सिर्फ़ उन्हें व्यक्तिगत रूप से आत्मविश्वास मिला, बल्कि साथियों को भी आशावादी बना दिया। उनकी स्थिरता और आक्रमण दोनों ही भारतीय बैटिंग लाइन‑अप को संतुलित करने में मददगार थी।
मोहम्मद सिरज की बॉलिंग ने मैच में क्या बदलाव लाए?
सिरज ने दोनों पारी में कुल 7 विकेट लिए (4/40 और 3/31) और प्रतिद्वंद्वी का स्कोर दबाव में रखा। उनकी तेज़ गति, स्विंग और सटीक लाइन ने वेस्ट इंडीज़ के बॉटम‑ऑर्डर को लगातार झटक दिया, जिससे उनका कुल रन‑पर‑ओवर बहुत कम रहा।
अगले टेस्ट में भारत को किस चुनौती का सामना करना पड़ेगा?
दिल्ली के ट्रॉफी पर ट्रैक पर तेज़ पिच होने की उम्मीद है, जिससे उलटे स्पिनर का उपयोग बढ़ेगा। भारत को अपने स्पिनर को अधिक दोलन देना होगा और साथ ही तेज़ बॉलर्स को विनियमित रफ़्तार पर रखना होगा। यह संतुलन ही अगले टेस्ट में उनका मुख्य चुनौती होगा।
वेस्ट इंडीज़ को इस हार से क्या सीख मिलनी चाहिए?
हमें उनका मुख्य सीख यह है कि शुरुआती ओवर्स में दक्षता कम होना उनके कुल स्कोर को भारी प्रभावित करता है। उन्हें बेहतर ओपनिंग साझेदारी बनाने और तेज़ बॉलर्स को अधिक सटीक लाइन पर रखकर प्रतिद्वंद्वी को दबाव में लाना चाहिए। यह सुधार भविष्य के टेस्ट में उनके लिए फायदेमंद रहेगा।
Nancy Ortiz
5 अक्तूबर 2025वॉली‑बॉलिंग इंडस्ट्री में अक्सर ‘बिज़नेस ऐज़ युजुअल’ की तरह देखते हैं, पर यहाँ तो कप्तान गिल ने थोड़ा बेहतर ‘स्मार्ट बॉलिंग पीक’ दिखाया। ध्रुव जुरेल की 125* ने तो जैसे बोल्ड एंगल पे सेफ़्टी नेट डाल दिया। रविंद्रा जडेजा की दोहरी अर्धशतक ने बैटिंग लाइन‑अप को एक्सपेंडेड रेंज में ले जाया। सिरज की स्विंग ने वेस्ट इंडीज़ को उस मिड‑जोन में फंसा दिया जहाँ से बाहर निकलना मुश्किल था। कुल मिलाकर, भारत ने इस मैच को बेस्ट‑प्रैक्टिस केस स्टडी बना दिया।