ओला इलेक्ट्रिक को सेबी से 5,500 करोड़ रुपये की आईपीओ के लिए मंजूरी मिली

ओला इलेक्ट्रिक को सेबी से 5,500 करोड़ रुपये की आईपीओ के लिए मंजूरी मिली

ओला इलेक्ट्रिक को सेबी से 5,500 करोड़ रुपये की आईपीओ के लिए मंजूरी मिली

जून 12, 2024 इंच  व्यापार subham mukherjee

द्वारा subham mukherjee

ओला इलेक्ट्रिक ने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) से 5,500 करोड़ रुपये के प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) के लिए मंजूरी प्राप्त की है। यह मंजूरी ओला इलेक्ट्रिक के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो कंपनी को सार्वजनिक बाजारों में प्रवेश करने और निवेशकों से धन जुटाने का अवसर प्रदान करती है।

भविष्य की योजना के मुताबिक, कंपनी अगले महीने के भीतर सूचीबद्ध होने की उम्मीद कर रही है। दिसंबर में, कंपनी ने ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) दाखिल किया था, जिसमें 5,500 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई थी। इसमें नई इक्विटी जारी करना और 95.12 मिलियन इक्विटी शेयरों की बिक्री का प्रस्ताव शामिल था।

ओला इलेक्ट्रिक की इस आईपीओ के दौरान कंपनी के संस्थापक और सीईओ, भाविश अग्रवाल, कुल शेयरों की आधी हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रहे हैं, जो लगभग 47.3 मिलियन शेयरों के बराबर है। इस कदम से कंपनी को वित्तीय स्थिरता और विस्तार योजनाओं के लिए महत्वपूर्ण धनराशि जुटाने में मदद मिलेगी।

निवेशकों की प्रतिक्रिया

आईपीओ की घोषणा के बाद, कंपनी को सिंगापुर आधारित ईस्टस्प्रिंग और यूके आधारित पिकट जैसे प्रमुख निवेशकों से रुचि मिली है, जो एंकर निवेशक बनने की योजना बना रहे हैं। इन निवेशकों का समर्थन ओला इलेक्ट्रिक की वित्तीय विश्वसनीयता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण हो सकता है।

हालांकि, भारतीय ई-टू व्हीलर बाजार में स्थिरता के बावजूद, ओला इलेक्ट्रिक ने अपनी मजबूत बाजार हिस्सेदारी बनाए रखी है, मई में कंपनी का बाजार हिस्सा 48% था। लेकिन निवेशकों के बीच एक चिंता का विषय यह भी है कि भविष्य में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर स्टार्टअप्स के लिए कौन से नए बिक्री और वृद्धि के प्रावधान होंगे, विशेषकर फेम-II सब्सिडी में कटौती और आगामी फेम-III नीति के साथ।

बिजली की सवारी में मील का पत्थर

बिजली की सवारी में मील का पत्थर

ओला इलेक्ट्रिक की सबसे बड़ी खासियत उसकी विकसित हो रही बैटरी तकनीक है, जिसने इसे प्रतिस्पर्धा में आगे बढ़ने में मदद की है। इसके अलावा, कंपनी ने अपने उत्पाद पोर्टफोलियो को मजबूत बनाने के लिए कई नई तकनीकी इनोवेशन और योग्यता को भी शामिल किया है। यह तकनीकी लाभ कंपनी को बाजार में सबसे आगे बनाए रखने में मदद करेगा।

आनेवाली चुनौतियाँ

आनेवाली चुनौतियाँ

निवेशकों के बीच एक प्रमुख चिंता यह भी है कि क्या ओला इलेक्ट्रिक दीर्घावधि में स्थिर वृद्धि बनाए रख पाएगी। भविष्य की नीतियाँ और सरकारी सब्सिडी में परिवर्तन कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन पर असर डाल सकते हैं। हालांकि, कंपनी का नेतृत्व और उसकी उत्कृष्ट बैटरी तकनीक संभावित चुनौतियों का सामना करने में सक्षम हो सकती हैं।

इस समाचार के साथ, ओला इलेक्ट्रिक ने भारतीय स्टार्टअप्स के लिए एक नया मील का पत्थर स्थापित किया है, जिसमें यह दिखाया गया है कि कैसे एक भारतीय कंपनी सार्वजनिक बाजारों में प्रवेश कर निवेशकों के विश्वास को जीत सकती है।

आईपीओ के प्रमुख बिंदु

आईपीओ के प्रमुख बिंदु

  • ओला इलेक्ट्रिक ने 5,500 करोड़ रुपये की आईपीओ के लिए सेबी से मंजूरी प्राप्त की है।
  • कंपनी अगले महीने के भीतर सूचीबद्ध होने की योजना बना रही है।
  • संस्थापक भाविश अग्रवाल 47.3 मिलियन शेयर बेचने की योजना बना रहे हैं।
  • ईस्टस्प्रिंग और पिकट जैसे प्रमुख निवेशकों ने रुचि दिखाई है।
  • फेम-II सब्सिडी में कटौती और फेम-III नीति को लेकर निवेशकों के बीच चिंता।
subham mukherjee

subham mukherjee

मैं एक प्रतिष्ठित पत्रकार और लेखक हूँ, जो दैनिक खबरों से जुड़े मुद्दों पर लिखना पसंद करता हूँ। मैंने कई प्रतिष्ठित समाचार संस्थानों में कार्य किया है और मुझे जनता को सही और सटीक जानकारी प्रदान करने में खुशी मिलती है।

14 टिप्पणि

  • vamsi Krishna

    vamsi Krishna

    14 जून 2024

    5500 crore ka IPO? Bhaiya seriously? Ye toh ek bike company hai, stock exchange pe jaane ka kya matlab? Bas ek battery aur ek app ke saath duniya jeet li, ab IPO? 😴

  • Narendra chourasia

    Narendra chourasia

    14 जून 2024

    Ye IPO bas ek illusion hai! FEM-II subsidy cut hui, competition badh raha, margins ghat rahe hain-aur ab IPO? Abhi tak profit nahi kiya, abhi tak break-even bhi nahi hua! 47 million shares bechne wale CEO ka motive clear hai-exit strategy! Investors, dhyan se dekho! 🚨📉

  • Mohit Parjapat

    Mohit Parjapat

    15 जून 2024

    भारत ने अपना Tesla बना लिया! 🇮🇳⚡ ओला इलेक्ट्रिक अब दुनिया की नंबर वन ईवी कंपनी बनने वाली है! अग्रवाल भाई ने सिर्फ बाइक नहीं, भारत का गर्व बनाया! 🤘🔥 फेम-3 आएगा तो हम दुनिया को दिखाएंगे कि भारतीय इंजीनियरिंग क्या कर सकती है! 💪

  • Sumit singh

    Sumit singh

    15 जून 2024

    5,500 करोड़? ये तो एक बाइक कंपनी है, जिसके पास कोई ब्रांड लॉयल्टी नहीं है। आप लोग इसे 'स्टार्टअप जीत' समझ रहे हैं, लेकिन ये तो सिर्फ फंडिंग का एक और तरीका है। जब तक आप बैटरी डिस्पोजेबल नहीं बनाते, तब तक ये सब बकवास है। 🤷‍♂️

  • fathima muskan

    fathima muskan

    17 जून 2024

    एंकर इन्वेस्टर्स के नाम लेकर लोगों को भरोसा दिलाने की कोशिश? 😏 ये सिंगापुर और UK के फंड्स तो सिर्फ भारतीय बाजार के बुलबुले को फूलने देना चाहते हैं... फिर जब बुलबुला फटेगा, तो वो भाग जाएंगे। और हम बच जाएंगे? नहीं। हम बचेंगे नहीं। 🕵️‍♀️💸

  • Devi Trias

    Devi Trias

    18 जून 2024

    सेबी की मंजूरी एक आधिकारिक प्रक्रिया है, लेकिन इसके पीछे की वित्तीय योग्यता की जांच करना अभी भी आवश्यक है। कंपनी के वित्तीय विवरणों में लाभांश वितरण, ऋण-समता अनुपात और नकदी प्रवाह की जानकारी उपलब्ध नहीं है। निवेशकों को डीआरएचपी का गहन विश्लेषण करना चाहिए। 📊

  • Kiran Meher

    Kiran Meher

    19 जून 2024

    ये बहुत बड़ी बात है भाईयों! ओला इलेक्ट्रिक ने भारत के युवाओं को दिखा दिया कि अगर तुम लगन से काम करोगे तो दुनिया तुम्हारे आगे झुक जाएगी! 💪✨ ये IPO बस एक शुरुआत है... अब देखना है कि कैसे ये भारत को ईवी शक्ति बनाता है! जय हिंद! 🙌

  • Tejas Bhosale

    Tejas Bhosale

    19 जून 2024

    आईपीओ एक लिक्विडिटी इवेंट है जो ट्रांसफर ऑफ वैल्यू को ऑप्टिमाइज़ करता है। ओला के पास डायनामिक बैटरी एर्किटेक्चर है-जो डिस्ट्रिब्यूटेड एनर्जी सिस्टम के लिए एक डिस्रप्टिव इन्फ्रास्ट्रक्चर है। फेम-3 का रिस्क नेगोशिएटेबल है अगर एक्सपोजर डायवर्सिफाइड है।

  • Asish Barman

    Asish Barman

    20 जून 2024

    5500 crore? Bas ek battery swap network ke naam pe paisa utha raha hai. FEM-II subsidy ka kya hua? Abhi tak koi premium pricing nahi kar paa raha. Ye IPO sirf ek exit game hai. Eastspring aur Picket? Unki funding history dekho-sab kuch fake hype hai.

  • Abhishek Sarkar

    Abhishek Sarkar

    21 जून 2024

    ये सब बातें बस एक बड़े धोखे की तैयारी हैं। जब तक सरकार सब्सिडी नहीं देगी, तब तक ये कंपनी जिंदा नहीं रहेगी। अगर आप इस आईपीओ में पैसा लगाएंगे, तो आपका पैसा एक अज्ञात राशि के रूप में गायब हो जाएगा। और फिर आपको लगेगा कि ये भारत का नया ब्रांड है... नहीं भाई, ये तो एक फंड रैशिंग शॉर्ट-टर्म स्कीम है। ये नहीं जानते कि जब बाजार गिरेगा, तो वो कौन बचेगा? तुम नहीं। तुम तो बस बेवकूफ बन जाओगे।

  • Niharika Malhotra

    Niharika Malhotra

    22 जून 2024

    इस आईपीओ के साथ, भारत ने दुनिया को यह दिखाया कि एक भारतीय स्टार्टअप कैसे अपने सपनों को सच कर सकता है। ओला के नेतृत्व ने दिखाया कि इनोवेशन, लगन और विश्वास के साथ कुछ भी संभव है। हम सबको इस यात्रा में शामिल होना चाहिए-न केवल निवेश के रूप में, बल्कि भारत के भविष्य के लिए। 🌱❤️

  • Baldev Patwari

    Baldev Patwari

    23 जून 2024

    5500 crore? Haan bhai, bas ek battery swap karega, aur phir IPO. Kya ye ek startup hai ya ek financial scam? Eastspring? Unka naam suna hai-kabhi kisi ke saath koi profit nahi hua. Abhi tak profit nahi, ab IPO? Bas ek aur bubble hai. 😒

  • harshita kumari

    harshita kumari

    23 जून 2024

    सब्सिडी कट रही है, बाजार भरा है नए खिलाड़ियों से, और फिर भी ये IPO? ये सब एक रिकॉर्डिंग है जो आपको बताती है कि आपका पैसा कहाँ जा रहा है। जब तक बैटरी रिसाइक्लिंग का कोई नेटवर्क नहीं बनेगा, तब तक ये सब बस एक टेक्नोलॉजी का नाम है-जिसका असली असर नहीं है। और फिर आप लोग इसे भारत का भविष्य कह रहे हैं? बस एक बड़ा फर्जी ड्रीम है।

  • SIVA K P

    SIVA K P

    25 जून 2024

    अगर तुमने इस IPO में पैसा लगाया, तो तुम एक बेवकूफ हो। ओला के पास कोई असली टेक्नोलॉजी नहीं है-बस एक अच्छा मार्केटिंग टीम है। अग्रवाल तुम्हें बता रहा है कि ये भारत का गर्व है... पर असल में ये तुम्हारे पैसे को उसके बैंक अकाउंट में डालने का तरीका है। अब तक तो उसने खुद भी कभी एक बाइक नहीं चलाई।

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