फराह और साजिद खान की माँ मेनका ईरानी का 79 वर्ष की आयु में निधन

फराह और साजिद खान की माँ मेनका ईरानी का 79 वर्ष की आयु में निधन

फराह और साजिद खान की माँ मेनका ईरानी का 79 वर्ष की आयु में निधन

जुलाई 27, 2024 इंच  समाचार subham mukherjee

द्वारा subham mukherjee

फराह और साजिद खान की माँ मेनका ईरानी का निधन

फराह खान और साजिद खान की माँ, मेनका ईरानी का 79 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। उनका निधन पूरे परिवार और दोस्तों के लिए एक अपूरणीय क्षति साबित हुआ है। विशेषत: फराह खान ने अपनी माँ के प्रति सोशल मीडिया पर अपनी भावनाओं को व्यक्त किया है और उनकी जिजीविषा और संघर्ष को संजोते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की है।

फराह खान की श्रद्धांजलि

फराह खान ने अपनी माँ के निधन पर एक भावुक पोस्ट लिखी, जिसमें उन्होंने अपनी माँ की शक्ति और संकल्प की तारीफ की। उन्होंने लिखा कि मेनका ईरानी ने कठिन परिस्थितियों का सामना करते हुए जीवन व्यतीत किया और कभी भी हार नहीं मानी। फराह ने अपनी माँ को एक प्रेरणा बताया और कहा कि उनकी आत्मा हमेशा उनके साथ रहेगी।

बॉलीवुड की श्रद्धांजलि

मेनका ईरानी के निधन की खबर से बॉलीवुड जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। रानी मुखर्जी, शिल्पा शेट्टी, भूषण कुमार सहित कई सेलेब्रिटीज और गणमान्य व्यक्तियों ने खान परिवार के निवास पर जाकर अपनी श्रद्धांजलि दी। वे सभी इस कठिन समय में फराह और साजिद के साथ खड़े हैं, उनके दुःख में साझीदार हैं।

मेनका ईरानी का जीवन

मेनका ईरानी, पूर्व अभिनेता डेज़ी ईरानी और हनी ईरानी की बहन थीं। उन्होंने अपने जीवन में कई कठिन दौरों का सामना किया। बताया जा रहा है कि उनकी मृत्यु से पूर्व उन्होंने कई सर्जरी करवाई थीं, जिनके बावजूद उनका ह्यूमर हमेशा उनके साथ बना रहा। इसमें कोई शक नहीं है कि वे एक बहादुर महिला थीं, जिन्होंने अपने कठिनाइयों का सामना डट कर किया।

फराह और साजिद के लिए कठिन समय

इस दुखद घटना के बाद फराह और साजिद के लिए यह समय अत्यंत कठिन है। वे अपनी माँ के निधन से गहरे सदमे में हैं। जिन्होंने उन्हें अपने जीवन में काफी कुछ सिखाया और उनका मार्गदर्शन किया। मेनका ईरानी की आत्मा की शांति के लिए पूरे देश में प्रार्थना की जा रही है।

बॉलीवुड समुदाय का यह एकजुट होना दर्शाता है कि इंडस्ट्री में लोग एक दूसरे के दुःख में साथ खड़े रहते हैं।

मेनका ईरानी की याद में

मेनका ईरानी को उनकी बहादुरी और हास्य भावना के लिए हमेशा याद किया जाएगा। उनके संघर्ष और उनकी जीवनशैली ने उनके परिवार और करीबी दोस्तों को हमेशा प्रेरित किया है।

समर्पण और संघर्ष की कहानी

मेनका का जीवन संघर्ष, प्रेम, और समर्पण की कहानी है। एक माँ के रूप में उन्होंने फराह और साजिद जैसे बच्चों को जीवन में सफलता दिलाने के लिए अपने आप को पूरी तरह समर्पित कर दिया। उनकी प्रेरणादायक जीवन यात्रा आने वाले पीढ़ियों को मार्गदर्शन देती रहेगी।


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subham mukherjee

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मैं एक प्रतिष्ठित पत्रकार और लेखक हूँ, जो दैनिक खबरों से जुड़े मुद्दों पर लिखना पसंद करता हूँ। मैंने कई प्रतिष्ठित समाचार संस्थानों में कार्य किया है और मुझे जनता को सही और सटीक जानकारी प्रदान करने में खुशी मिलती है।

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