क्या आपने अभी तक 2025 के GST रिवीजन के बारे में सुना है? हर साल सरकार कुछ प्रोडक्ट्स की दरें बदलती है, और ये बदलाव आपके खर्च और व्यवसाय दोनों पर असर डालते हैं। इस लेख में हम बताएंगे कौन‑से नए रेट आए हैं, कहाँ‑कहाँ लागू होते हैं और आपको क्या करना चाहिए।
2025 में मुख्य तौर पर तीन स्लैब फिर से निर्धारित किए गए हैं:
ध्यान रखें, कुछ प्रोडक्ट्स को 28% रेट भी मिला है, जैसे लक्ज़री कार, एयरोबिक फिटनेस उपकरण और कुछ विशेष इम्पोर्टेड वस्तुएँ। इन रेटों की आधिकारिक घोषणा केंद्र सरकार की वेबसाइट पर भी देखी जा सकती है।
अगर आप एक छोटा या मझोला व्यापार चलाते हैं तो नए रेट आपके इनवॉइस को तुरंत प्रभावित करेंगे। सबसे पहले, अपने एटीटीडी फ़ॉर्म को अपडेट करें और इनवॉइस टेम्पलेट में नई दरें डालें। इससे ग्राहकों को धक्के का शॉर्टकट नहीं मिलेगा और आपके अकाउंटिंग में गड़बड़ी नहीं होगी।
दूसरा, अगर आप इनपुट टैक्स क्रेडिट का दावा करते हैं तो अब आपको सही रेट पर खरीदारी करनी होगी। उदाहरण के लिए, 12% स्लैब में आए एक प्रोडक्ट के लिए आपने अभी तक 5% पर हिसाब किया हो तो आपका क्रेडिट कम हो जाएगा। इसलिए सप्लायर से रसीद में सही GST रेट लिखवाना जरूरी है।
तीसरा, नई रेट की घोषणा के साथ कुछ छूट भी साथ में आती है। कई राज्य अब छोटे व्यवसायों के लिए कोर GST रूटीन में छूट दे रहे हैं, जिससे इनवॉइस प्रोसेसिंग लागत घट सकती है। इस बारे में अपने टैक्स सलाहकार से बात करें।
सिर्फ़ रेट बदलने से नहीं, बल्कि कम्प्लायंस पैकेज भी अपडेट हुआ है। अब 5% और 12% स्लैब के लिए ऑनलाइन रिटर्न जमा करने की डेडलाइन एक दिन कम कर दी गई है। इसका मतलब है जल्दी फाइल करना और देर से पेनल्टी से बचना।
अंत में, अगर आप खुदरा व्यापारी हैं तो अपने ग्राहकों को नई दरें स्पष्ट रूप से दिखाएँ। कई लोग अब स्टिकर या सूचना बोर्ड लगाते हैं जिस पर नया टैक्स रेट लिखा होता है। इससे भरोसा बनता है और ग्राहकों को आश्चर्य नहीं होता।
संक्षेप में, नए GST रेट को समझना और सही तरीके से लागू करना आपके व्यापार की लिक्विडिटी को बचा सकता है। अगर आप अभी भी उलझन में हैं तो एक टैक्स प्रोफेशनल से सलाह लें, वे आपको सटीक गणना और फाइलिंग में मदद कर सकते हैं।
जब भी आप कोई नया प्रोडक्ट खरीदें या बेचें, इन दरों को याद रखें – सही रेट, सही इनवॉइस, और टैक्स बचाव में कोई कमी नहीं। आप जल्दी ही देखेंगे कि नई GST रेट के साथ आपका हिसाब‑किताब आसान हो गया है।
22 सितंबर 2025 से नए GST रेट लागू होने पर कारों के दाम 45,000 से 10 लाख तक घटेंगे। 4-टियर संरचना (5%, 12%, 18%, 28%) की जगह 5% और 18% का 2-टियर सिस्टम आया है। फैसले को GST काउंसिल ने सर्वसम्मति से मंजूरी दी। समय-ऑफ-सप्लाई के नियम अहम होंगे—इनवॉइस/पेमेंट 22 सितंबर के बाद हुआ तो नया रेट लगेगा।
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