अगर आप डॉक्टर बनना चाहते हैं तो सबसे पहला सवाल रहता है – MBBS का प्रवेश कैसे मिलेगा? अक्सर लोग सोचते हैं कि सिर्फ NEET पास करना ही काफी है, पर असली खेल में और भी कई चीज़ें आती हैं। यहाँ हम वो सारी बातें बताएँगे जो आपके सपने को हकीकत बनाने में मदद करेंगी।
NEET (राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा) भारत में MBBS के लिए अनिवार्य है। सही टाइम टेबल, रोज़ाना 4‑5 घंटे पढ़ाई और बुनियादी कॉन्सेप्ट्स को समझना सबसे ज़रूरी है। नोट्स बनाते समय छोटे-छोटे पॉइंट्स लिखें, क्योंकि परीक्षा में वही जल्दी याद आते हैं। पिछले साल के प्रश्नपत्र हल करें, इससे पैटर्न पकड़ने में मदद मिलती है। अगर कोई टॉपिक मुश्किल लग रहा हो तो यूट्यूब लेक्चर्स या ऑनलाइन टेस्ट की मदद लें – फ्री सामग्री भी भरपूर उपलब्ध है।
कुछ छात्रों को लगता है कि विदेश में पढ़ना आसान रहेगा, लेकिन इसके साथ कई अड़चनें आती हैं। जैसा कि हमारे पोस्ट "NEET के बिना MBBS" में बताया गया, विदेशी डिग्री मिलने पर भी भारत में मेडिकल काउंसिल (MCI/न्यू NMC) से रजिस्ट्रीशन मुश्किल हो सकता है। फॉर्म भरते समय सभी दस्तावेज़ सही रखें – मार्कशीट, कोर्स सर्टिफिकेट और प्रैक्टिकल क्लियरेंस। अगर आप NEET नहीं पास कर पाए तो वैध लायसेंस के बिना भारत में प्रैक्टिस करना गैर‑कानूनी है। इसलिए विदेश जाने से पहले यह सुनिश्चित करें कि उस यूनिवर्सिटी का मान्यता NMC द्वारा दी गई हो।
एक और बात याद रखें – विदेशी डिग्री अक्सर 30 लाख रुपये तक खर्च आती है, जबकि भारत में वही कोर्स लगभग 15‑20 लाख में मिल जाता है। इस अतिरिक्त खर्च को कवर करने के लिए कई छात्र लोन लेते हैं, पर फिर repayment का बोझ भी बढ़ता है। इसलिए फाइनैंशियल प्लान बनाते समय ट्यूशन, जीवन यापन और वापस लौटने की लागत सबको जोड़ें।
जब आप NEET पास कर लें या मान्य विदेशी डिग्री प्राप्त कर लें, तो अगला चरण है NMC (पहले MCI) में रजिस्ट्रीशन। सबसे पहले ऑनलाइन पोर्टल पर अपना प्रोफ़ाइल बनाएं और सभी दस्तावेज़ अपलोड करें। फिर एक प्रॉक्सी टेस्ट (FMGE) की जरूरत पड़ सकती है – यह विदेशियों के लिए भारत में लाइसेंस पाने का तरीका है। FMGE पास करने वाले अक्सर कहते हैं कि परीक्षा पैटर्न NEET जैसा नहीं होता, इसलिए अलग तैयारी चाहिए।
रजिस्ट्रेशन के बाद आपको राज्य मेडिकल काउंसिल से परामर्श लेना होगा। हर राज्य की प्रक्रिया थोड़ी अलग हो सकती है, लेकिन सामान्य तौर पर क्लेरिकल इंटर्नशिप (इंटर्न) का 1 साल पूरा करना अनिवार्य होता है। इस दौरान आप अस्पताल में काम करके हैंड‑ऑन एक्सपीरियंस हासिल करेंगे – जो आगे के स्पेशलाइज़ेशन के लिए जरूरी है।
अगर आप अभी भी भ्रमित हैं तो हमारे "NEET के बिना MBBS" लेख को फिर से पढ़ें, वहाँ एक केस स्टडी है जहाँ छात्र ने बिना NEET पास किए विदेशी डिग्री ली और बाद में रजिस्ट्रेशन में अटक गया। यह आपको संभावित जोखिमों की झलक देगा।
संक्षेप में, सफल MBBS प्रवेश का मूलमंत्र है – पहले NEET को पूरी ताकत से पास करें, अगर विदेश जाने का विकल्प चुनें तो मान्यता और खर्च दोनों पर ध्यान दें, और रजिस्ट्रीशन के हर कदम को दस्तावेज़ीकरण के साथ ठीक‑ठाक फॉलो करें। इन बातों को अपनाएँ, और डॉक्टर बनने की राह में आगे बढ़ें।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने NEET-UG 2024 परीक्षा के लिए संशोधित स्कोरकार्ड जारी किए हैं। IIT-दिल्ली की विशेषज्ञ समिति द्वारा एक विवादित फिजिक्स प्रश्न के लिए एक सही उत्तर की पहचान करने के बाद यह निर्णय लिया गया। इस परिवर्तन से लगभग 4.2 लाख छात्रों के अंकों पर असर पड़ेगा।
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