तमिलनाडु के पूर्वी तटीय इलाकों में चक्रवात फिंगल से महावृष्टि की संभावना, रेड अलर्ट जारी

तमिलनाडु के पूर्वी तटीय इलाकों में चक्रवात फिंगल से महावृष्टि की संभावना, रेड अलर्ट जारी

तमिलनाडु के पूर्वी तटीय इलाकों में चक्रवात फिंगल से महावृष्टि की संभावना, रेड अलर्ट जारी

नवंबर 28, 2024 इंच  समाचार subham mukherjee

द्वारा subham mukherjee

तमिलनाडु के तटपर चक्रवात फिंगल का कहर

चक्रवात फिंगल हाल ही में बंगाल की खाड़ी में सक्रिय हुआ, और इस समय तेज़ी से तमिलनाडु के दक्षिण-पूर्वी तटीय क्षेत्र की ओर बढ़ रहा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि यह शक्तिशाली प्रणाली अगले कुछ दिनों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश का कारण बन सकती है। कड्डलूर और विल्लुपुरम सहित कई जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। चेन्नई में भी खराब मौसम की संभावना को ध्यान में रखते हुए पीला अलर्ट जारी किया गया है।

चक्रवात की वर्तमान स्थिति और संभावनाएं

28 नवंबर तक, फिंगल चेन्नई के दक्षिण-दक्षिणपूर्व से 500 किलोमीटर की दूरी पर स्थिर है और यह धीरे-धीरे उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ रहा है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, यह प्रणाली कमजोर होकर उथले निम्न दबाव में बदल सकती है जब यह 30 नवंबर के आसपास उत्तरी तमिलनाडु-पुडुचेरी तटों के नजदीक पहुंचेगी। इसके चलते चेन्नई और उसके उपनगरों में 1 दिसंबर तक भारी बारिश की संभावना है।

विकराल हो सकता है चक्रवात का प्रभाव

विकराल हो सकता है चक्रवात का प्रभाव

रेड अलर्ट के दौरान कई जिलों में बारिश की तीव्रता को देखते हुए तैयारी की जा रही है। क्षेत्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के निदेशक श्री एन. सेंथमुराई कन्नन ने बताया कि यह भविष्यमान अनुमानों के साथ, विभिन्न एजेंसियों द्वारा व्यापक तैयारी की जा चुकी है। चक्रवात के आसपास की बादल छटाएं मौसम की तीव्रता को बढ़ा सकती हैं, जिससे खासकर चेन्नई के जलाशयों के क्षेत्रों में पानी की उपलब्धता में सुधार हो सकता है।

सुरक्षा और राहत की तैयारी

राज्य सरकार ने एहतियाती कदम उठाते हुए 17 से अधिक दलों को तैनात कर रखा है। इसके साथ ही अप्रैल राज्य में 1600 से अधिक राहत केंद्र तैयार किए गए हैं जहां आपात स्थिति में लोगों को लाया जा सके। कई जिलों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं, विशेषकर चेन्नई में, जहां सुरक्षा पहले रखी गई है।

तटीय इलाकों में तैयारी का जायजा

तटीय इलाकों में तैयारी का जायजा

राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमों को तमिलनाडु के तटवर्ती जिलों में तैनात कर दिया गया है ताकि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में त्वरित सहायता उपलब्ध कराई जा सके। इसके अलावा, श्रीलंका में भी चक्रवात का प्रभाव देखने को मिल रहा है जहां भारी वर्षा के कारण एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है और आठ लोग लापता हो चुके हैं।

चक्रवात फिंगल का नामकरण और महत्व

उत्तर भारतीय महासागर चक्रवात सत्र में चक्रवात फिंगल को उसका नाम प्राप्त हुआ है। यह नामकरण देशों के बीच सहमति के आधार पर किया जाता है। इस चक्रवात के कारण श्रीलंका और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में भरी वर्षा हो रही है जिससे बाढ़ और भू-स्खलन जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं।

subham mukherjee

subham mukherjee

मैं एक प्रतिष्ठित पत्रकार और लेखक हूँ, जो दैनिक खबरों से जुड़े मुद्दों पर लिखना पसंद करता हूँ। मैंने कई प्रतिष्ठित समाचार संस्थानों में कार्य किया है और मुझे जनता को सही और सटीक जानकारी प्रदान करने में खुशी मिलती है।

20 टिप्पणि

  • Hira Singh

    Hira Singh

    29 नवंबर 2024

    ये चक्रवात तो बस आया ही नहीं, बल्कि अपने साथ बारिश का बहादुर साथी लेकर आया है! चेन्नई के लोग तो अब बारिश के लिए तैयार ही हैं, लेकिन इस बार तो असली टेस्ट हो रहा है।

  • Ramya Kumary

    Ramya Kumary

    29 नवंबर 2024

    इस बारिश के बाद जलाशयों में पानी भरेगा, लेकिन क्या हम इसे सही तरीके से संभाल पाएंगे? हर बारिश के बाद हम एक नया नियम बनाते हैं, लेकिन कोई उसे जीता नहीं। शायद ये बारिश हमें याद दिलाएगी कि प्रकृति कभी नहीं भूलती, हम भूल जाते हैं।

  • Sumit Bhattacharya

    Sumit Bhattacharya

    29 नवंबर 2024

    IMD के अनुसार चक्रवात फिंगल का केंद्र 500 किमी दूर है और उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ रहा है जिसके कारण तमिलनाडु के उत्तरी तटों पर भारी वर्षा की संभावना है। राज्य सरकार द्वारा तैनात किए गए 17 दलों और 1600 राहत केंद्रों का यह एक उचित प्रतिक्रिया है।

  • Snehal Patil

    Snehal Patil

    30 नवंबर 2024

    फिर से ये बारिश का नाटक। हम तो बस बैठे रहते हैं और सरकार को गाली देते हैं। जब तक हम अपने घरों के आसपास की नालियां नहीं साफ करेंगे, तब तक ये सब बेकार है।

  • Nikita Gorbukhov

    Nikita Gorbukhov

    1 दिसंबर 2024

    ये सब फिल्मी चक्रवात हैं भाई! असली तूफान तो वो है जब तुम बारिश में बैलेंस बैग लेकर बस स्टॉप पर खड़े हो और बस आए ही नहीं। इस चक्रवात को भी अपने नाम से बुलाओ, लेकिन असली आपदा तो हमारी निष्क्रियता है 😤

  • RAKESH PANDEY

    RAKESH PANDEY

    2 दिसंबर 2024

    चक्रवात फिंगल की गति और दिशा के आधार पर भारी वर्षा की भविष्यवाणी सही है। एनडीआरएफ की तैनाती और राहत केंद्रों की तैयारी अच्छी है। लेकिन निर्माण नियमों की उल्लंघन के कारण बाढ़ का प्रभाव बढ़ रहा है। नियमों का पालन ही समाधान है।

  • Nitin Soni

    Nitin Soni

    2 दिसंबर 2024

    बारिश आएगी, तो आएगी। लेकिन इसके बाद जब घरों में बिजली आएगी, तो फिर खुशियां मनाएंगे। हर बारिश के बाद एक नया आशा का दीपक जलता है। चलो, तैयार रहें, लेकिन डरें नहीं।

  • varun chauhan

    varun chauhan

    3 दिसंबर 2024

    अच्छा हुआ कि सरकार ने स्कूल बंद कर दिए। बच्चों की सुरक्षा सबसे पहले। और हां, अगर किसी को घर पर बच्चे हैं तो बिजली के बाद बिजली का बिल नहीं, बल्कि बारिश का बिल भुगतान करना पड़ेगा 😅

  • Prince Ranjan

    Prince Ranjan

    5 दिसंबर 2024

    फिंगल? ये नाम तो बच्चों के खिलौने जैसा है। असली तूफान तो वो है जब तुम घर में बैठे हो और सरकार का अलर्ट आता है लेकिन पानी नहीं आता। ये सब नाटक है। जब तक आप निर्माण नियमों को बदल नहीं देंगे, तब तक ये चक्रवात बार-बार आएंगे।

  • Suhas R

    Suhas R

    6 दिसंबर 2024

    ये चक्रवात तो सिर्फ शुरुआत है। मैंने देखा है, अमेरिका के एजेंसियां इसे बना रही हैं। जब तक तमिलनाडु के लोग अपनी जमीन के लिए लड़ेंगे, तब तक ये बारिश बंद नहीं होगी। श्रीलंका में मौत? ये तो सिर्फ शुरुआत है।

  • Pradeep Asthana

    Pradeep Asthana

    8 दिसंबर 2024

    ये बारिश तो बस एक अवसर है जब तुम अपने दोस्तों के साथ बैठकर चाय पी सकते हो। लेकिन जो लोग बारिश में निकलते हैं, वो बस अपनी बेकारी दिखाने के लिए हैं। अच्छा है कि स्कूल बंद हैं।

  • Shreyash Kaswa

    Shreyash Kaswa

    8 दिसंबर 2024

    हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा अब तूफानों से भी बड़ी है। जब तक हम अपनी जमीन को बचाएंगे, तब तक ये चक्रवात हमें नहीं रोक सकते। इस बारिश का फायदा हमें अपने राष्ट्रीय जल संसाधनों को बचाने के लिए उठाना चाहिए।

  • Sweety Spicy

    Sweety Spicy

    9 दिसंबर 2024

    चक्रवात फिंगल? ये तो एक नाम है, लेकिन असली बात ये है कि हम अपने शहरों को कैसे बनाते हैं। एक बार फिर निर्माण नियमों को तोड़ दिया गया, और फिर बारिश को दोष दिया जा रहा है। ये नाटक बंद करो।

  • Maj Pedersen

    Maj Pedersen

    10 दिसंबर 2024

    हर बारिश के बाद एक नया आशा का दीपक जलता है। चेन्नई के लोगों की धैर्य और सहनशीलता की तारीफ करनी चाहिए। वे बारिश में भी अपने जीवन को जी रहे हैं।

  • Ratanbir Kalra

    Ratanbir Kalra

    12 दिसंबर 2024

    चक्रवात फिंगल बंगाल की खाड़ी से आया है और तमिलनाडु के तट पर पहुंच रहा है इसका मतलब है कि जलवायु परिवर्तन का असर बढ़ रहा है और इसकी गति और दिशा भी बदल रही है जिसका अर्थ है कि हमें अपने नियमों को बदलना होगा

  • Seemana Borkotoky

    Seemana Borkotoky

    12 दिसंबर 2024

    चेन्नई की बारिश का असली मजा तो तब होता है जब तुम घर की छत पर बैठकर बारिश की आवाज़ सुनते हो। आजकल लोग इसे डर के रूप में देखते हैं, लेकिन ये तो प्रकृति का एक सुंदर उपहार है।

  • Sarvasv Arora

    Sarvasv Arora

    13 दिसंबर 2024

    सरकार ने राहत केंद्र तैयार किए हैं, लेकिन जब तक हम अपने घरों के आसपास के नालों को नहीं साफ करेंगे, तब तक ये सब बेकार है। बस एक बार बारिश हो जाए और सब भूल जाएंगे।

  • Jasdeep Singh

    Jasdeep Singh

    13 दिसंबर 2024

    चक्रवात फिंगल का असली नाम है निर्माण नियमों का उल्लंघन। इसके बाद जलाशयों की वृद्धि और बाढ़ के आंकड़े बढ़ रहे हैं। ये सिर्फ एक चक्रवात नहीं, ये एक राष्ट्रीय असफलता का प्रतीक है।

  • Rakesh Joshi

    Rakesh Joshi

    14 दिसंबर 2024

    बारिश आएगी, तो आएगी। लेकिन इसके बाद जब घरों में बिजली आएगी, तो फिर खुशियां मनाएंगे। हर बारिश के बाद एक नया आशा का दीपक जलता है। चलो, तैयार रहें, लेकिन डरें नहीं।

  • HIMANSHU KANDPAL

    HIMANSHU KANDPAL

    14 दिसंबर 2024

    ये चक्रवात तो सिर्फ एक बारिश नहीं, ये तो एक शिक्षा है। जब तक हम अपने घरों को बारिश के लिए तैयार नहीं करेंगे, तब तक ये बारिश हमें नहीं छोड़ेगी।

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