दानियल मेदवेदेव ने शानदार मुकाबले में यानिक सिनर को हराकर विंबलडन उपाधि की उम्मीदें तोड़ीं

दानियल मेदवेदेव ने शानदार मुकाबले में यानिक सिनर को हराकर विंबलडन उपाधि की उम्मीदें तोड़ीं

दानियल मेदवेदेव ने शानदार मुकाबले में यानिक सिनर को हराकर विंबलडन उपाधि की उम्मीदें तोड़ीं

जुलाई 10, 2024 इंच  खेल subham mukherjee

द्वारा subham mukherjee

मेदवेदेव ने क्वार्टर फाइनल में सिनर को हराया

विंबलडन 2023 में एक बेहद रोमांचक मुकाबला देखने को मिला, जहां दानियल मेदवेदेव ने यानिक सिनर को पांच सेट के संघर्ष से मात दी। यह मुकाबला चार घंटे तक चला और इस दौरान दर्शकों ने अपनी सांसें थाम लीं। यह टूर्नामेंट का क्वार्टर फाइनल था, जिसमें मेदवेदेव ने सिनर को 6-7 (9-7), 6-4, 7-6 (7-4), 2-6, 6-3 से हराया।

मुकाबले की शुरुआत से ही दोनों खिलाड़ियों ने अत्यंत जोरदार और कड़ा खेल दिखाया। पहले सेट में सिनर ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए इसे 7-6 (9-7) के साथ अपने नाम किया। लेकिन दूसरे सेट में मेदवेदेव ने बेटे बाजी पलट दी और 6-4 से जीत हासिल की। तीसरे सेट में भी दोनों खिलाड़ियों के बीच टक्कर तीव्र थी, जहां मेदवेदेव फिर से जीतकर 7-6 (7-4) सेट को अपने नाम कर लिया।

स्वास्थ्य समस्याओं से जूझते सिनर

तीसरे सेट के दौरान सिनर ने अपने स्वास्थ्य से संबंधित समस्याओं के चलते डॉक्टर को बुलाया और मेडिकल टाइम आउट लिया। यह उनके खेल पर भी स्पष्ट प्रभाव डालता दिखा। चौथे सेट में सिनर ने जबरदस्त वापसी की और 6-2 से जीतकर मैच को निर्णायक सेट में खींचा।

हालांकि, अंतिम और निर्णायक सेट में मेदवेदेव ने अपने अनुभव और रणनीति का बेहतरीन उपयोग किया और सिनर को 6-3 से हराकर मुकाबला जीता। यह जीत मेदवेदेव के लिए विशेष थी, क्योंकि इससे उन्होंने ग्रैंड स्लैम के पुरुष एकल के सेमीफाइनल में नौवीं बार प्रवेश किया।

मेदवेदेव की उपलब्धि

मेदवेदेव की उपलब्धि

इस जीत के साथ मेदवेदेव ने एक विशेष उपलब्धि हासिल की। यह उनकी ग्रैंड स्लैम में नौवीं पुरुष एकल सेमीफाइनल उपस्थिति थी, जिसने उन्हें एलेक्जेंडर ज़वरेव के रिकॉर्ड से आगे बढ़ाया। इतना ही नहीं, मेदवेदेव ने ग्रैंड स्लैम में नंबर 1 सीड को दूसरी बार हराकर नोवाक जोकोविच, राफेल नडाल और स्टानिसलास वावरिंका जैसे महान खिलाड़ियों की पंक्ति में शामिल हो गए।

इस जीत ने न केवल मेदवेदेव के आत्मविश्वास को बढ़ावा दिया, बल्कि यह उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि भी रही। इस साल की शुरुआत में ऑस्ट्रेलियन ओपन फाइनल में सिनर से मिली हार का बदला उन्होंने इस जीत से लिया। यह मुकाबला दोनों खिलाड़ियों के लिए यादगार रहेगा और टेनिस प्रेमियों की यादों में हमेशा बसा रहेगा।

subham mukherjee

subham mukherjee

मैं एक प्रतिष्ठित पत्रकार और लेखक हूँ, जो दैनिक खबरों से जुड़े मुद्दों पर लिखना पसंद करता हूँ। मैंने कई प्रतिष्ठित समाचार संस्थानों में कार्य किया है और मुझे जनता को सही और सटीक जानकारी प्रदान करने में खुशी मिलती है।

9 टिप्पणि

  • Jitender j Jitender

    Jitender j Jitender

    12 जुलाई 2024

    ये मुकाबला देखकर लगा जैसे टेनिस का नया इतिहास लिखा जा रहा है। मेदवेदेव की धैर्य और रणनीति ने सबको हैरान कर दिया। ऐसे खेल देखने को मिलते हैं तो लगता है टेनिस असली खेल है।
    कोई बोलता है ये खेल बोरिंग है तो उसे इस मैच का एक सेट देखना चाहिए।

  • Jitendra Singh

    Jitendra Singh

    13 जुलाई 2024

    मेदवेदेव की यह उपलब्धि असली गहराई का प्रतिनिधित्व करती है। एक ऐसा खिलाड़ी जो अपने आत्मविश्वास को अंतर्दृष्टि से जोड़ता है। यानिक सिनर की आत्मा इस मैच में टूट गई। यह एक दार्शनिक विजय है।

  • VENKATESAN.J VENKAT

    VENKATESAN.J VENKAT

    13 जुलाई 2024

    ये सब बकवास है। जब तक भारतीय खिलाड़ी ग्रैंड स्लैम में सेमीफाइनल नहीं पहुंचते तब तक ये सब बस दूसरों की गलतियों का आनंद लेने का नाम है। हमारे यहां टेनिस के लिए कोई इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं है।

  • Amiya Ranjan

    Amiya Ranjan

    14 जुलाई 2024

    सिनर को डॉक्टर बुलाना पड़ा तो भी वो वापस आया। ये दिखाता है कि असली लड़ाई मन की होती है। मेदवेदेव ने बस उसकी आत्मा को धीरे से चीर दिया।

  • vamsi Krishna

    vamsi Krishna

    14 जुलाई 2024

    medvedev ne kya kar diya yaar.. sabse jyada time pass krne wala match tha.. 5 set?? kya bhai 4 ghante??

  • Narendra chourasia

    Narendra chourasia

    15 जुलाई 2024

    ये सब बेकार की बातें हैं! यानिक सिनर को बस इतना ही दिखाया गया कि वो असली खिलाड़ी नहीं है! ये मेदवेदेव तो बस एक अच्छा रणनीतिकार है, लेकिन इसकी टेक्निक बिल्कुल भी शानदार नहीं! इसने बस बाहरी ताकत से जीत ली!

  • Mohit Parjapat

    Mohit Parjapat

    15 जुलाई 2024

    भारत के लिए इस मैच का क्या मतलब? ये तो बस वो लोग हैं जो बाहर घूमकर अपने देश को भूल गए। मेदवेदेव जीता तो जीता, लेकिन अगर भारत का कोई खिलाड़ी यहां आता तो अब तक वो बाहर निकल चुका होता। ये सब लोग अपने देश की चीजों को भूल गए हैं। 🇮🇳🔥

  • Sumit singh

    Sumit singh

    16 जुलाई 2024

    मेदवेदेव की यह उपलब्धि तो बहुत बड़ी है, लेकिन इससे पहले जोकोविच ने क्या किया? नडाल ने क्या किया? ये सब लोग अपने आप को बहुत बड़ा समझते हैं। एक नंबर नौवीं सेमीफाइनल के लिए इतना शोर मचाना बेकार है। इतिहास बनाने के लिए तो ट्रॉफी चाहिए।

  • fathima muskan

    fathima muskan

    18 जुलाई 2024

    अगर ये मैच इतना अहम है तो फिर ये सब टेनिस टूर्नामेंट कहाँ से आए? क्या कोई नहीं सोचता कि ये सब बड़े बैंकों और एडवरटाइजर्स की बनाई गई धोखेबाजी है? मेदवेदेव ने जीता, लेकिन क्या वो असली जीत थी? या बस एक बड़ा शो?

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