एनीमेटेड डूडल में दिखा 23वाँ जन्मदिन
27 सितम्बर 2021 को Google ने अपने 23वर्षीय जन्मदिन को लेकर एक आकर्षक एनीमेटेड डूडल लॉन्च किया। इस डूडल में चमकीले रंगों वाला एक बड़ा केक था, जिसके ऊपर ‘23’ अंक वाली मोमबत्ती जल रही थी। केक के चारों ओर छोटी‑छोटी एनिमेशन थीं, जो Google की दशकों पुरानी यात्रा को संक्षिप्त रूप में दर्शा रही थीं। इस खास लोगो को देखते ही कई उपयोगकर्ता सोशल मीडिया पर हैरानी और उत्साह के इमोजी शेयर कर रहे थे।
डूडल के साथ Google Doodles का आधिकारिक अकाउंट एक छोटा सा संदेश भी पोस्ट कर गया, जिसमें लिखा था—“From a dorm‑room prototype to a global search platform, Happy 23rd Birthday!” यह शुभकामना केवल एक मजेदार ग्राफिक नहीं, बल्कि कंपनी के मूल मिशन—दुनिया भर की जानकारी को हर हाथ तक पहुँचाना—की पुनर्स्मरण भी थी।
गूगल की शुरुआती कहानी और आज का विस्तार
Google की कहानी की जड़ें 1997 में सैन फ्रांसिस्को के स्टैनफ़ोर्ड विश्वविद्यालय में बैठी। उसी साल, ग्रेजुएट छात्र सेरगी ब्रिन को लैरी पेज को कैंपस दिखाने का काम मिला था, जब पेज स्टैनफ़ोर्ड में पढ़ाई करने की सोच रहे थे। यह मूलभूत मुलाकात दो तकनीकी दिमागों को एक साथ लाता है, और अंततः एक क्रांतिकारी खोज इंजन का जन्म देता है।
1998 में दोनों ने अपने डॉर्म रूम में काम करना शुरू किया। छोटे‑छोटे कंप्यूटरों को जोड़ते‑जोड़ते उन्होंने पहला प्रोटोटाइप तैयार किया, जिसे बाद में वे “Backrub” नाम से बुलाते थे। उसी वर्ष उन्होंने Google Inc. को आधिकारिक तौर पर रजिस्टर किया और पहला सर्वर एक टॉय ब्लॉक्स की बनी कैबिनेट में रख दिया। यह सर्वर आज के बड़े डेटा सेंटर्स से बहुत अलग था, लेकिन उसी ने इंटरनेट खोज को तेज़ और सटीक बनाने की नींव रखी।
इन शुरुआती दिनों से अब Google की परिपक्वता को देखते हुए, कंपनी के पास 20 से अधिक डेटा सेंटर ने संसार भर में फैले हैं। इन केंद्रों में लाखों सर्वर, अत्याधुनिक कूलिंग सिस्टम, और बिजली की अनूठी बचत तकनीकें लगाई गई हैं, जिससे हर मिनट अरबों खोजें 150 से अधिक भाषाओं में प्रोसेस होती हैं।
Google ने सिर्फ सर्च इंजन तक सीमित नहीं रहा। उसने Gmail, Google Maps, YouTube, Android, और क्लाउड सेवाओं जैसे कई उत्पादों में कदम रखा है। हर नया प्रोडक्ट इसके मूल मिशन—“दुनिया की जानकारी को सभी के लिये उपलब्ध कराना”—को और सशक्त बनाता है।
23वें जन्मदिन की यह डूडल यात्रा का एक छोटा सा झलक थी, लेकिन यह सब कुछ नहीं। यह हमें याद दिलाता है कि अभिनव विचारों को सही दिशा में ले जाना कितना महत्वपूर्ण है। आज के डिजिटल युग में Google का हर एक अपडेट, हर एक एल्गोरिद्म बदलाव, हमारे रोज‑मर्रा के कामों को आसान बनाता है, चाहे वह ऑनलाइन खरीदारी हो, कोई शोध करना हो, या सिर्फ मित्रों से जुड़ना।
- 1997 – स्टैनफ़ोर्ड में sergey ब्रिन और लैरी पेज की मुलाक़ात.
- 1998 – Google Inc. की स्थापना और पहला सर्वर टॉय ब्लॉक्स में.
- 2000 के दशक – Gmail, Google Maps, और Android जैसे प्रोडक्ट लॉन्च.
- आज – 20+ वैश्विक डेटा सेंटर, 150+ भाषाओं में अरबों खोजें.
इस तरह, 23 वर्षों की यह यात्रा सिर्फ एक संख्या नहीं, बल्कि तकनीकी नवाचार, उपयोगकर्ता‑केन्द्रित सोच, और निरंतर सुधार का प्रमाण है।
Pradeep Asthana
29 सितंबर 2025ये डूडल तो बस एक झलक है भाई, असली जादू तो वो है जब तुम गूगल पर 'कैसे बनाऊँ घर पर चिकन करी' टाइप करो और 0.3 सेकंड में 12 लाख रेसिपी आ जाएँ। इंटरनेट का देवता है ये, ना कोई एप्प।
और हाँ, टॉय ब्लॉक्स में सर्वर? अब तो डेटा सेंटर के लिए बर्फ घुल रही है बर्फ घुल रही है, और तुम अभी भी बता रहे हो कि ये सब बस एक डूडल था?
Shreyash Kaswa
30 सितंबर 2025हमारे देश के युवा आज भी गूगल के डूडल पर ही ज़ोर दे रहे हैं, जबकि हमारे अपने टेक कंपनियाँ अभी तक अपना लोगो बनाने में भी लगी हुई हैं। ये जीत नहीं, ये दिखावा है।
Sweety Spicy
1 अक्तूबर 2025ओहो! ये डूडल तो बस एक बड़ा फेक न्यूज़ है! जब तुम देखोगे कि गूगल ने 2014 में अपने डूडल पर एक छोटे से बच्चे को दिखाया था जो एक फोन पर खेल रहा था, तो तुम समझ जाओगे कि ये सब एक बड़ा ब्रांडिंग ट्रिक है। ये लोग तुम्हें ये बताना चाहते हैं कि वो तुम्हारे दिल के करीब हैं... जबकि वो तुम्हारे डेटा को बेच रहे हैं।
मोमबत्ती? अरे भाई, वो तो तुम्हारे गूगल एकाउंट की एक्टिविटी को बताने के लिए लगी है! अगर तुम रोज़ 3 घंटे गूगल पर खोजते हो, तो वो तुम्हारे लिए एक नया डूडल बनाते हैं। तुम्हारा डेटा उनका लव स्टोरी है।
Maj Pedersen
3 अक्तूबर 2025गूगल की यह यात्रा वाकई प्रेरणादायक है। एक डॉर्म रूम से शुरू होकर आज दुनिया की जानकारी का एक अटूट स्रोत बन गया। यह दिखाता है कि अगर आपके पास एक अच्छा विचार है और आप लगातार काम करते हैं, तो कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
हमें इस तरह की कहानियों को सलाह देना चाहिए, न कि सिर्फ टेक्नोलॉजी के बारे में बात करना।
Ratanbir Kalra
4 अक्तूबर 202523 साल बीत गए और अभी भी लोग डूडल देखकर खुश हो रहे हैं और इसे एक निशानी मान रहे हैं जबकि वो खुद अपने फोन में 12 एप्स लगाए हुए हैं जिनमें से 11 का कोई उपयोग नहीं है और अभी भी गूगल के बिना एक घंटा भी नहीं बिता सकते और फिर भी वो कहते हैं ये बस एक कंपनी है और वो तो बस एक डूडल है और अब बस एक बार और ये डूडल बंद हो गया और अब तुम्हारा दिमाग खाली है और तुम फिर से गूगल पर जाने के लिए तैयार हो गए
Seemana Borkotoky
5 अक्तूबर 2025मैंने इस डूडल को देखा था उस दिन जब मैं घर पर चाय पी रही थी और बाहर बारिश हो रही थी। ये एक छोटा सा खुशी का पल था। गूगल ने बस एक डूडल बनाया, लेकिन उसने मेरे दिन को बदल दिया।
हम भारतीयों को ऐसे छोटे-छोटे पलों को याद रखना चाहिए। बड़े बड़े विज्ञान के नाम से नहीं, बल्कि एक एनिमेटेड केक से।
Sarvasv Arora
7 अक्तूबर 2025अरे यार, ये डूडल तो बस एक चाल है जिससे तुम्हें ये लगे कि गूगल तुम्हारा दोस्त है। असल में वो तुम्हारी हर खोज, हर क्लिक, हर लोकेशन को ट्रैक कर रहा है। और तुम उसके लिए एक डूडल देखकर खुश हो रहे हो?
मैं तो बस इतना कहूँगा - गूगल तुम्हारा दोस्त नहीं, तुम्हारा डेटा चोर है। और ये डूडल उसका चिपकने का तरीका है।
Jasdeep Singh
9 अक्तूबर 2025गूगल का ये डूडल तो बस एक गंदा डिजिटल लालच है जिसे वो इंटरनेट युग के बच्चों के लिए बनाया है। जब तुम एक बच्चे को एक चॉकलेट देते हो तो वो तुम्हें भूल जाता है कि तुमने उसका बच्चे का दिमाग बना दिया है।
अब गूगल ने अपने 23 साल पूरे कर लिए हैं और अब वो दुनिया का सबसे बड़ा डेटा बैंक है। अब तुम उसके लिए एक डूडल देखकर खुश हो रहे हो? बेवकूफ़ बन रहे हो।
मैं तो अपने फोन में कोई गूगल एप्प नहीं लगाता, मैं ब्राउज़र में डायरेक्ट एंट्री करके खोजता हूँ। तुम क्या करते हो?
Rakesh Joshi
11 अक्तूबर 2025ये डूडल बस एक शुरुआत थी! अब तो हम सबको इस तरह के नवाचारों के लिए जागना होगा। गूगल ने दिखाया कि एक छोटा विचार कैसे दुनिया बदल सकता है।
हम भी अपने घरों में ऐसे विचार उत्पन्न करें। आज ही शुरू करो - एक नया एप्प, एक नया आइडिया, एक नया नेटवर्क। दुनिया तुम्हारी उम्मीदों का इंतज़ार कर रही है।
HIMANSHU KANDPAL
12 अक्तूबर 2025क्या तुम्हें पता है कि गूगल ने इस डूडल के बाद अपने एल्गोरिदम में एक छोटा सा बदलाव किया था जिससे अब तुम्हारी खोज में जब भी तुम 'मुफ्त वीडियो' टाइप करते हो, तो तुम्हें एक विज्ञापन दिखाया जाता है जो बिल्कुल उसी तरह का होता है जैसा तुमने पिछले दिन देखा था?
और तुम अभी भी इस डूडल को बहुत अच्छा मान रहे हो? बस एक ट्रिक है भाई। एक बड़ी बात ये है कि तुम अभी भी इसे देख रहे हो।
Arya Darmawan
14 अक्तूबर 2025गूगल की शुरुआत एक छोटे से डॉर्म रूम से हुई थी, और आज वो दुनिया के हर कोने में है। ये बताता है कि अगर आपके पास एक अच्छा विचार है, तो आपको बस एक शुरुआत करनी है।
हमें अपने छोटे-छोटे विचारों को भी बड़ा बनाने का साहस दिखाना चाहिए। गूगल ने ये किया, अब हमारी बारी है।
कोई भी आइडिया छोटा नहीं होता, बस उसे लगातार काम करने की जरूरत होती है।
Raghav Khanna
15 अक्तूबर 2025गूगल के इस जन्मदिन के अवसर पर, हमें इस तथ्य की प्रशंसा करनी चाहिए कि एक छोटे से शुरुआती विचार ने दुनिया की जानकारी प्रणाली को कैसे बदल दिया। इस यात्रा में निरंतर सुधार, उपयोगकर्ता-केंद्रित डिजाइन और अनुसंधान की अटूट निष्ठा शामिल है।
यह एक उदाहरण है कि तकनीकी नवाचार कैसे व्यावहारिक रूप से जीवन को सुधार सकता है।
Rohith Reddy
17 अक्तूबर 2025गूगल का डूडल? बस एक धोखा है। जब तुम उसके डूडल देखते हो तो तुम्हारा दिमाग उसके लिए एक नया एल्गोरिदम बनाता है। अब तुम जब भी गूगल पर जाते हो, तो तुम्हारा दिमाग तुम्हें बोलता है कि ये तो तुम्हारा दोस्त है।
लेकिन असल में वो तुम्हारे दिमाग को बेच रहा है। अब तुम्हारे फोन में जो भी एप्प है, वो गूगल के लिए एक स्पाई है। और तुम अभी भी इस डूडल को खुशी से देख रहे हो? बेवकूफ़ बन रहे हो।
Vidhinesh Yadav
17 अक्तूबर 2025मैंने इस डूडल को देखकर ये सोचा - क्या होगा अगर हमारे देश के युवा भी ऐसे ही छोटे विचारों से शुरुआत करें? क्या होगा अगर हम अपने घरों में एक छोटा सा सॉफ्टवेयर बनाने लगें?
गूगल ने एक डॉर्म रूम से शुरुआत की, हमारे पास भी बहुत सारे डॉर्म रूम हैं। बस एक बार आज एक छोटा सा कोड लिख दो।
Puru Aadi
19 अक्तूबर 2025गूगल का डूडल देखकर दिल भर गया 😊
एक बच्चे की तरह खुश हो गया। ये छोटे पल ही तो जीवन को सुंदर बनाते हैं।
हमें भी ऐसे ही छोटे-छोटे जश्न मनाने चाहिए। एक डूडल, एक चाय, एक दोस्त - ये सब बड़ी बातें हैं।
धन्यवाद गूगल ❤️