इशान किशन की वापसी के लिए घरेलू क्रिकेट में करना होगा प्रदर्शन
BCCI के सचिव जय शाह ने इशान किशन की भारतीय टीम में वापसी को लेकर साफ शर्तें रखी हैं। जय शाह ने बताया कि इशान को नियमों का पालन करते हुए घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट में हिस्सा लेना होगा और अच्छा प्रदर्शन करना होगा।
इशान किशन को दिसंबर 2023 से भारतीय क्रिकेट टीम से बाहर रखा गया है। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले मानसिक स्वास्थ्य के कारण ब्रेक ले लिया था। इसके बाद, फरवरी 2024 में बीसीसीआई की केंद्रीय अनुबंध सूची में भी उन्हें शामिल नहीं किया गया था क्योंकि वे घरेलू क्रिकेट के लिए उपलब्ध नहीं थे।
हालांकि, इशान ने मुम्बई इंडियन्स के लिए IPL 2024 में खेला और उन्होंने अब घरेलू क्रिकेट के लिए भी खुद को उपलब्ध कर लिया है। हाल ही में उन्होंने 2024 दुलीप ट्रॉफी के लिए 61 खिलाड़ियों में जगह पाई है। यह टूर्नामेंट उनकी चयन संभावना को बढ़ा सकता है।
जय शाह के संदेश का महत्व
जय शाह ने इशान किशन को संदेश दिया है कि भारतीय टीम में वापसी के लिए बीसीसीआई के नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है। शाह का यह संदेश साफ तौर पर इशान और दूसरे खिलाड़ियों को यह समझाने के लिए है कि घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन किए बिना राष्ट्रीय टीम में वापसी करना मुश्किल है।
इशान वर्तमान में बुची बाबू इन्विटेशनल टूर्नामेंट में खेल रहे हैं, जहां उन्होंने अपने पहले प्रदर्शन में शतक लगाया। यह उनकी अंतरराष्ट्रीय शुरुआत के बाद से पहली बार था जब उन्होंने रेड बॉल क्रिकेट में भाग लिया। उनके प्रदर्शन पर भारतीय चयनकर्ताओं की नजर होगी क्योंकि यह उनके भारतीय टेस्ट टीम में चयन के लिए निर्णायक हो सकता है।
इशान किशन के लिए घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करना जरूरी होगा। जय शाह का यह कदम यह साफ करता है कि बीसीसीआई कड़े मानकों के साथ चल रही है। यह इशान किशन के लिए एक सुनहरा अवसर हो सकता है, अगर वे इन टूर्नामेंट्स में अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो उनकी वापसी निश्चित हो सकती है।
भारतीय क्रिकेट टीम में चयन के लिए घरेलू क्रिकेट की महत्वपूर्णता अब और भी बढ़ गई है। बीसीसीआई की नजर खिलाड़ियों के निरंतर प्रदर्शन पर होती है और ऐसा करने से ही खिलाड़ियों को पहचान मिलती है।
अच्छा प्रदर्शन करने के बाद इशान किशन को एक बार फिर से भारतीय टीम में जगह मिल सकती है। घरेलू टूर्नामेंट्स में प्रदर्शन करना उनकी योग्यता को साबित करने और टीम में वापसी का भरोसा जीतने का सबसे बड़ा तरीका है।
भविष्य की चुनौतियां
इशान किशन के लिए आगे की राह आसान नहीं होगी। घरेलू क्रिकेट में न केवल उन्हें अच्छा प्रदर्शन करना होगा बल्कि उन्हें निरंतरता भी दिखानी होगी। भारतीय क्रिकेट में प्रतियोगिता बहुत अधिक बढ़ चुकी है और छोटे-छोटे गलतियां खिलाड़ी की संभावना को कम कर सकती हैं।
अभी की परिस्थितियों को देखते हुए, इशान किशन को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे मानसिक और शारीरिक रूप से पूरी तरह फिट रहें। उनसे अपेक्षा की जा रही है कि वे आने वाले सभी घरेलू टूर्नामेंट्स में भाग लें और अपनी प्रतिभा को साबित करें।
अंतः यह इशान किशन के लिए एक महत्वपूर्ण समय है। बीसीसीआई के मानकों को ध्यान में रखते हुए उन्हें अपनी मेहनत और समर्पण से एक बार फिर भारतीय टीम में जगह बनाने का प्रयास करना होगा। आने वाले समय में उनका प्रदर्शन यह तय करेगा कि वे भारतीय क्रिकेट टीम में अपनी वापसी को सफल कर पाते हैं या नहीं। जय शाह का यह संदेश न केवल इशान बल्कि अन्य खिलाड़ियों के लिए भी एक महत्वपूर्ण संकेत है कि घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन के बिना राष्ट्रीय टीम में स्थान पाना आसान नहीं होगा।
Jitendra Singh
18 अगस्त 2024इशान किशन को बस घरेलू क्रिकेट में शतक मारना है तो वापसी मिल जाएगी? ये सब नियम तो बस उन लोगों के लिए हैं जिनके पास कोई बैकग्राउंड नहीं। जब तक बीसीसीआई के घर में कोई नेता नहीं होगा, तब तक टैलेंट को बाहर ही रख दिया जाएगा।
VENKATESAN.J VENKAT
18 अगस्त 2024ये सब बकवास है। इशान किशन का टेस्ट में नहीं खेलना उसकी कमजोरी नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट की बुरी आदत है। एक बार टीम में जाने के बाद भी उसे दोबारा अपनी जगह बनाने के लिए घरेलू मैचों में जाना पड़ेगा? ये तो एक बच्चे को दूध पीने के लिए दूध की दुकान पर जाने की बात है।
Amiya Ranjan
19 अगस्त 2024इशान के लिए ये सिर्फ एक शर्त नहीं है, ये एक अपमान है। उसने अपने मानसिक स्वास्थ्य को पहले रखा, और अब उसे उसी लिए दंड दिया जा रहा है। भारत में टैलेंट को नहीं, बल्कि अनुशासन को पूजा जाता है।
vamsi Krishna
20 अगस्त 2024ye toh bas ek aur excuse hai ki ishaan ko nahi chahiye... bcci ke log toh sirf apne doston ko contract dete hain. koi bhi bataye ki kisne 2024 me 61 me jagah pakdi? kya ye bhi fake hai?
Mohit Parjapat
21 अगस्त 2024भारत का क्रिकेट अब एक बांग्लादेशी बैंक की शाखा बन गया है! जय शाह का ये फैसला? बस एक और राजनीतिक जुगाड़! इशान किशन तो अब तक जिस तरह से खेला है, उसे देखकर लगता है कि वो एक टेस्ट टीम का बादशाह है! अगर वो अब घरेलू में शतक मारता है, तो उसे तो भारत का नया राष्ट्रीय ध्वज बना देना चाहिए!
Sumit singh
22 अगस्त 2024इशान किशन की वापसी की शर्तें सुनकर लगता है कि बीसीसीआई एक अकादमी नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय नौकरशाही है। खिलाड़ियों को बार-बार साबित करना पड़ता है कि वे इंसान हैं, न कि मशीनें। ये नियम तो उनके लिए हैं जिन्हें अपनी जगह बनाने के लिए जीवन भर लड़ना पड़ता है।
fathima muskan
22 अगस्त 2024ये सब एक बड़ा धोखा है। जय शाह के पीछे कौन है? क्या वो असल में इशान किशन के खिलाफ हैं? या फिर उनका कोई राजनीतिक दुश्मन है जो इशान के खिलाफ अभियान चला रहा है? अगर इशान अच्छा खेलता है तो भी क्या वो टीम में जाएगा? मैं इस बात पर शक करती हूं।
Devi Trias
23 अगस्त 2024बीसीसीआई के नियमों के अनुसार, घरेलू क्रिकेट में निरंतर प्रदर्शन का महत्व अत्यधिक है। इशान किशन ने दुलीप ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन किया है, जो उनकी तकनीकी योग्यता को साबित करता है। यह एक सकारात्मक विकास है, और चयनकर्ताओं को इसे विश्लेषणात्मक रूप से देखना चाहिए।
Kiran Meher
25 अगस्त 2024इशान के लिए ये एक नया शुरुआत का मौका है। घरेलू क्रिकेट में शतक लगाना तो बहुत बड़ी बात है। अब बस उसे लगातार खेलना है, बिना डर के। उसकी ताकत उसके शॉट्स में है, न कि किसी नियम में। जय शाह के नियम तो बस एक दरवाजा है, लेकिन इशान की बात तो उस दरवाजे के पार जाने की है।
Tejas Bhosale
26 अगस्त 2024घरेलू में प्रदर्शन = नेशनल टीम में जगह। ये बात तो अब एक बार फिर से रिटोरिकल डिस्कोर्स में आ गई। लेकिन असली सवाल ये है कि क्या ये प्रदर्शन रियल-वर्ल्ड एक्सपर्टिस को रिफ्लेक्ट करता है? या फिर ये सिर्फ एक ब्यूरोक्रेटिक बॉक्स चेकिंग है?
Asish Barman
28 अगस्त 2024ये सब बकवास है... इशान किशन को वापसी नहीं चाहिए। वो तो बस टी20 में बहुत अच्छा खेलता है। टेस्ट में उसका कोई मतलब नहीं। अगर बीसीसीआई वाकई टेस्ट क्रिकेट को समझता है तो उसे टेस्ट टीम में नहीं रखना चाहिए।