देश में बम धमकियों की खबरें अक्सर सुनी जाती हैं, लेकिन आम आदमी को पता नहीं होता कि असली खतरा कब और कैसे संभालना है। इस लेख में हम समझेंगे कि हालिया घटनाएँ किस तरह की हैं, सरकार क्या कदम उठा रही है और आप खुद सुरक्षित रहने के लिए क्या कर सकते हैं।
पिछले दो महीनों में दिल्ली, मुंबई और कोलकाता जैसे बड़े शहरों में कई बार बम या विस्फोटक पदार्थ मिलने की रिपोर्ट आई है। कुछ मामलों में ग्रेडिएंट डिवाइसेस (ग्रेनेड) बरामद हुए हैं, तो कुछ जगह पर केवल कागज़ी नोटिस मिले। पुलिस ने कहा कि अधिकांश धमकियों का मकसद जनता को डराना और बड़े इवेंट्स को बाधित करना है।
उदाहरण के तौर पर, दिल्ली में एक मॉल के पास बम जैसा दिखने वाला पैकेट मिला। तुरंत एंटी-टेरर टीम ने उसे निष्क्रिय कर दिया और आसपास के लोगों को खाली करवाया। इसी तरह मुंबई के रेलवे स्टेशन पर भी ऐसी ही घटना रिपोर्ट हुई थी, जहाँ सटीक जांच के बाद कोई विस्फोट नहीं हुआ लेकिन सुरक्षा कड़ी कर दी गई।
इन धमकियों से निपटने में सरकार ने कई कदम उठाए हैं। सबसे पहले, शहरों में सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ा दी गई है। साथ ही, पुलिस ने विशेष रूप से बड़े इवेंट्स के दौरान मोबाइल सर्च टीमें तैनात कर दी हैं। अगर आप किसी संदिग्ध वस्तु को देखते हैं तो तुरंत 100 या स्थानीय पुलिस नंबर पर कॉल करें।
आपकी छोटी-सी मदद बहुत बड़ी बचाव में बदल सकती है। यदि कोई अजीब पैकेज, अनजान बक्सा या ध्वनि वाले उपकरण दिखे, उसे छूने की कोशिश न करें। सुरक्षित दूरी बनाकर तुरंत सूचना दें और पुलिस के निर्देश का पालन करें। याद रखें, देर से कार्रवाई खतरे को बढ़ा देती है।एक और आसान तरीका यह है कि आप अपने आसपास के लोगों को सतर्क रखेंगे। जब भी कोई अजीब आवाज़ या गंध आए तो तुरंत पूछें कि क्या सब ठीक है। अगर कई लोग एक ही जगह पर इकट्ठे हों, तो उस क्षेत्र में अचानक फाइलिंग या एलेवेटर का उपयोग न करें—इन्हें बचाव दल जल्दी जांच कर लेते हैं।
अंत में यह कहा जा सकता है कि बम धमकी से डरने के बजाय समझदारी से काम लेना चाहिए। खबरों को पढ़ते रहिए, सरकारी चेतावनियों पर ध्यान दीजिए और अपने आस-पास की सुरक्षा में सहयोग दें। इस तरह हम सभी मिलकर ऐसी घटनाओं का प्रभाव कम कर सकते हैं और अपना तथा दूसरों का जीवन सुरक्षित रख सकते हैं।
19 अक्टूबर, 2024 को इंडिगो की पांच उड़ानों और एयर इंडिया एक्सप्रेस की एक उड़ान को बम धमकियों का सामना करना पड़ा, जिससे कई उड़ानों को आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी। इंडिगो और एयर इंडिया ने यात्री सुरक्षा को प्राथमिकता दी और खतरे का सामना करने के बाद से कोई संदिग्ध वस्त्र नहीं मिला। इन घटनाओं ने भारतीय विमानन उद्योग को महंगी लागत और अधिक सुरक्षात्मक उपायों की आवश्यकता की ओर ध्यान दिलाया।
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