क्या आप जानना चाहते हैं कि RBI की नई घोषणा आपका बैंकिंग अनुभव कैसे बदलेगी? यहाँ पर हम सरल भाषा में आज के सबसे ज़रूरी अपडेट दे रहे हैं। चाहे वह रेपो रेट हो या नकद जमा दर, सब कुछ एक जगह मिल जाएगा।
पिछले हफ्ते RBI ने मौसमी महंगाई को काबू में रखने के लिए रेपो दर को 0.25% बढ़ा दिया। इस बदलाव से बैंकों की लोन दरों पर भी असर पड़ेगा, खासकर घर और कार लोन वाले लोगों को यह जानकारी मदद करेगी। साथ ही, केंद्रीय बैंक ने डिजिटल भुगतान को आसान बनाने के लिए नई गाइडलाइन जारी की है, जिससे ऑनलाइन लेन‑देनों में सुरक्षा बढ़ेगी।
RBI का मुख्य लक्ष्य रुपये को स्थिर रखना है। इसलिए वह कभी‑कभी नकदी रिज़र्व दर घटाता या बढ़ाता है ताकि बाजार में तरलता संतुलित रहे। अगर आप बचत खाते में ब्याज देखते हैं, तो वह अक्सर इस नीति से जुड़ा होता है। वर्तमान में 4% की एएफआर रखी गई है, जिससे बड़े बैंकों के बचत खाता‑धारक को थोड़ा ज्यादा मुनाफा मिल रहा है।
सेंचुरी लाइट्स पर हम RBI की हर घोषणा का सारांश जल्दी से बता रहे हैं ताकि आप बिना जटिल शब्दों में उलझे सीधे समझ सकें। अगर कोई नया नोट या सिक्का जारी होता है, तो उसका डिज़ाइन और सुरक्षा फीचर भी यहाँ बताया जाएगा।
एक और महत्वपूर्ण बात यह है कि RBI ने इस साल कृषि क्षेत्र के लिए विशेष लोन स्कीम शुरू की है। इसका मकसद छोटे किसान को सस्ती ब्याज पर पैसा देना है, जिससे खेती में निवेश बढ़ेगा। इस योजना से जुड़ी शर्तें और आवेदन प्रक्रिया भी हम सरल शब्दों में समझाते हैं।
ब्याज दरों के साथ ही RBI का वित्तीय समावेशन प्रोग्राम भी चर्चा में रहता है। इसका उद्देश्य ग्रामीण इलाकों में बैंकिंग पहुंच बढ़ाना है, जिससे हर घर तक बचत खाता पहुँच सके। इस पहल से लोगों को आर्थिक सुरक्षा मिलती है और सरकार की योजना ‘अर्जुन’ को बल मिलता है।
यदि आप शेयर मार्केट या म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं, तो RBI के मौद्रिक कदम सीधे आपके पोर्टफोलियो पर असर डालते हैं। इसलिए हर महीने की इस टैग पेज से अपडेट लेते रहें – इससे आपको सही समय पर निर्णय लेने में मदद मिलेगी।
अंत में याद रखें, RBI केवल बैंकों को नहीं बल्कि आम जनता के पैसे को सुरक्षित रखने का काम करता है। हमारी साइट पर आप इसे आसान भाषा में पढ़ सकते हैं और अपनी वित्तीय योजना बना सकते हैं। हर नई खबर यहाँ मिलती रहेगी – तो बार‑बार चेक करते रहें!
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपने वित्त वर्ष 2024-25 की द्वि-मासिक मौद्रिक नीति बैठक में रेपो रेट को 6.5% पर अपरिवर्तित रखा है। RBI गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता में आयोजित मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक में यह निर्णय लिया गया। समिति ने 4:2 के वोटिंग अनुपात से यह फैसला लिया और 'अनुकूल रुख' को जारी रखने का संकल्प लिया। आरबीआई ने GDP वृद्धि दर का अनुमान भी संशोधित कर 7.2% कर दिया है।
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