जून 2025 में सेंचुरी लाइट्स पर दो बड़े टॉपिक सामने आए – एक मेडिकल छात्र की कठिनाई और दूसरे क्रिकेट मैदान की नई कहानी। दोनों खबरें अलग‑अलग क्षेत्र से हैं, लेकिन हर पाठक को कुछ न कुछ सीख मिलती है। चलिए पहले बात करते हैं उस भारतीय छात्र की जो NEET के बिना विदेश में MBBS करने गया.
एक युवा भारतीय ने NEET क्वालिफ़ाय किए बिना, सीधे विदेश से MBBS की डिग्री ले ली। उसने लगभग 30 लाख रुपये का भुगतान किया और फिर भारत लौट आया। लेकिन जब मेडिकल काउंसिल (MCI) में रजिस्ट्रेशन करने गया तो कई बाधाओं का सामना करना पड़ा। MCI के नियमों के अनुसार, NEET पास होना अनिवार्य है; बिना इस टेस्ट के कोई भी डिग्री मान्यता नहीं पा सकती.
छात्र को बताया गया कि उसकी विदेशी डिग्री को वैध बनाने के लिए उसे पहले NEET में बैठना पड़ेगा या फिर किसी वैकल्पिक परीक्षा का विकल्प लेना पड़ेगा। इससे उसके करियर में बड़ी देर हो गई और आर्थिक नुकसान भी बढ़ा। इस केस ने कई परिवारों को चेतावनी दी – विदेश में पढ़ाई करने से पहले भारतीय नियामकों की शर्तें साफ़ समझ लेनी चाहिए.
अगर आप या आपके जानने वाले ऐसे योजना बना रहे हैं तो दो चीज़ें याद रखें: पहला, NEET का स्कोर जरूरी है; दूसरा, विदेश के मेडिकल कॉलेज को MCI द्वारा मान्यता प्राप्त होना चाहिए। इन बातों की जाँच बिना आगे बढ़े कोई भी महँगा खर्च बचा सकता है.
क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक बड़ी खबर थी – Heinrich Klaasen को दक्षिण अफ्रीका की T20 टीम का नई कप्तानी मिली। यह बदलाव 2021 में तब आया जब मौजूदा कप्तान Temba Bavuma चोटिल हो गए थे। Klaasen ने अपनी आक्रमणकारी बल्लेबाज़ी और अनुभव से चयनकर्ताओं को प्रभावित किया.
क्लासेन के पास पहले से ही कई अंतरराष्ट्रीय मैचों का तजुर्बा है, लेकिन अब उसे टीम की रणनीति बनाते समय कप्तानी की जिम्मेदारी भी लेनी पड़ेगी। उसकी शैली तेज़ी और साहसिक खेल पर केंद्रित है, जो T20 फ़ॉर्मेट में अक्सर काम आती है। फैंस ने आशा जताई कि नई नेतृत्व से टीम का प्रदर्शन बेहतर होगा और विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी.
यह बदलाव दर्शाता है कि क्रिकेट में चोट या फॉर्म की गिरावट के बाद भी अवसर खुलते रहते हैं। यदि आप इस सीज़न को फॉलो करना चाहते हैं तो Klaasen के निर्णयों, फ़ील्ड प्लेसमेंट और बॉलिंग परिवर्तन पर नज़र रखें – ये सभी चीज़ें मैच के परिणाम को सीधे प्रभावित करेंगी.
जून 2025 की इन दो ख़बरों से साफ़ है कि चाहे मेडिकल करियर हो या क्रिकेट, नियमों और अवसरों का सही समझना सफलता की कुंजी है। आगे भी सेंचुरी लाइट्स पर ऐसी ही ताज़ा, उपयोगी जानकारी मिलने के लिए जुड़े रहें.
एक भारतीय छात्र ने बिना NEET क्वालिफाई किए 30 लाख रुपये खर्च कर विदेश से MBBS डिग्री ली, लेकिन भारत में Medical Council of India में रजिस्ट्रेशन के दौरान मुश्किलें सामने आईं। 2018 से NEET अनिवार्य है और बिना इसका पालन किए मेडिकल करियर खतरे में पड़ सकता है।
शिक्षा2021 में Temba Bavuma के चोटिल होने के बाद Heinrich Klaasen को दक्षिण अफ्रीकी T20 टीम का कप्तान बनाया गया। उनकी आक्रामक बल्लेबाजी और अनुभव के कारण उन्हें यह जिम्मेदारी मिली। टीम की स्थिरता और निरंतरता को बनाए रखने में Klaasen की भूमिका अहम रही।
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