अंडर एक्साइज केसः दिल्ली कोर्ट 1 जून को अरविंद केजरीवाल की अंतरिम जमानत की सुनवाई करेगी

अंडर एक्साइज केसः दिल्ली कोर्ट 1 जून को अरविंद केजरीवाल की अंतरिम जमानत की सुनवाई करेगी

अंडर एक्साइज केसः दिल्ली कोर्ट 1 जून को अरविंद केजरीवाल की अंतरिम जमानत की सुनवाई करेगी

जून 1, 2024 इंच  समाचार subham mukherjee

द्वारा subham mukherjee

अंडर एक्साइज केसः अरविंद केजरीवाल की अंतरिम जमानत पर दिल्ली कोर्ट की सुनवाई

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक सप्ताह की अंतरिम जमानत के लिए आवेदन किया है जो 1 जून को दिल्ली की विशेष अदालत में सुना जाएगा। यह मामला कथित आबकारी घोटाले में धनशोधन से जुड़ा है। विशेष न्यायाधीश कावेरी बावेया ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को आदेश दिया है कि वह केजरीवाल की अर्जी पर जवाब 1 जून तक जमा करेंगे। सुप्रीम कोर्ट द्वारा दी गई अंतरिम जमानत केजरीवाल को 21 दिन के लिए दी गई थी, जो 2 जून को समाप्त हो जाएगी।

केजरीवाल की याचिका में कहा गया है कि उन्हें अचानक वजन घटने और उच्च कीटोन्स के स्तर के कारण मेडिकल परीक्षण की आवश्यकता है। इसके कारण उनके गुर्दे, हृदय और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों की जांच करना होगा। अदालत ने 7 जून तक ईडी को नियमित जमानत की याचिका पर भी जवाब देने का निर्देश दिया है।

ईडी का जवाब और कानूनी प्रक्रिया

प्रवर्तन निदेशालय को 1 जून तक केजरीवाल की अंतरिम जमानत अर्जी पर अपना पक्ष पेश करना होगा। उसके बाद 2 जून को अदालत उनकी जमानत पर फैसला करेगी। इसके अलावा, नियमित जमानत के लिए भी ईडी को 7 जून तक अपना जवाब दाखिल करना होगा। यह कानूनी प्रक्रिया के अनुसार निर्धारित किया गया है जिससे केस की निष्पक्ष सुनवाई हो सके।

दिल्ली हाईकोर्ट ने पहले ही केजरीवाल की याचिका को उच्च प्राथमिकता देते हुए इस पर तेजी से कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। अब यह देखना होगा कि क्या केजरीवाल की अंतरिम जमानत याचिका मंजूर की जाती है या नहीं और ईडी अपने उत्तर में क्या प्रस्तुत करता है।

पृष्ठभूमि में राजनीतिक दबाव

इस मामले की पृष्ठभूमि में राजनीतिक दबाव भी देखा जा सकता है। केजरीवाल पर लगे आरोपों ने राजनीति में हलचल मचा दी है। उच्च स्तर पर निर्णय लेने वाले इस मामले की पुनः समीक्षा कर रहे हैं। यह मामला आगामी चुनावों को भी प्रभावित कर सकता है।

स्वास्थ्य समस्याएं और कानूनी जटिलताएं

स्वास्थ्य समस्याएं और कानूनी जटिलताएं

अरविंद केजरीवाल ने अपनी याचिका में लिखा है कि बीमारी के बढ़ते लक्षण और स्वास्थ्य समस्याएं उनके लिए बड़ी चिंता का विषय हैं। उनके डॉक्टरों ने उन्हें तुरंत मेडिकल परीक्षण की सलाह दी है। इसीलिए, उन्होंने 7 दिन की अंतरिम जमानत की मांग की है ताकि वे अपनी स्वास्थ्य समस्याओं के निदान के लिए परीक्षण कर सकें।

सुप्रीम कोर्ट द्वारा दी गई 21 दिन की अंतरिम जमानत का मुख्य उद्देश्य उन्हें चुनाव प्रचार का मौका देना था। अब जब उनकी जमानत समाप्ति की तिथि नजदीक आ रही है, तो उनकी स्वास्थ्य समस्याओं ने इसे और अधिक जटिल बना दिया है।

अदालत का दृष्टिकोण

विशेष न्यायाधीश कावेरी बावेया ने ईडी से जवाब दाखिल करने का निर्देश देते हुए मामले की तारीख निर्धारित की है। अदालत का यह दृष्टिकोण तय करेगा कि केजरीवाल को स्वास्थ्य के आधार पर अंतरिम जमानत मिलती है या नहीं। यह भी देखना महत्वपूर्ण होगा कि ईडी का क्या पक्ष है और क्या उन्होंने इस मुद्दे पर कोई ठोस साक्ष्य प्रस्तुत किए हैं।

न्यायिक दृष्टिकोण और संभावित परिणाम

न्यायिक दृष्टिकोण और संभावित परिणाम

न्यायिक दृष्टिकोण से इस मामले में कई संभावित परिणाम हो सकते हैं। एक तो, अदालत केजरीवाल की अंतरिम जमानत की याचिका मंजूर कर सकती है, जिससे उन्हें स्वास्थ्य परीक्षण के लिए समय मिल जाएगा। दूसरा, अदालत उनकी याचिका खारिज कर सकती है, जिससे उन्हें 2 जून को फिर से जेल में जाना होगा। तीसरे, अदालत उनकी नियमित जमानत याचिका पर भी ध्यान दे सकती है और इसे भी मंजूर या खारिज कर सकती है।

इस मामले का अंतिम निर्णय दिल्ली हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए निर्देशों और कानूनी प्रक्रिया पर निर्भर करेगा। जब तक कोई अंतिम निर्णय नहीं आ जाता, यह मामला राष्ट्रीय और स्थानीय राजनीति में चर्चा का महत्वपूर्ण विषय बना रहेगा।

subham mukherjee

subham mukherjee

मैं एक प्रतिष्ठित पत्रकार और लेखक हूँ, जो दैनिक खबरों से जुड़े मुद्दों पर लिखना पसंद करता हूँ। मैंने कई प्रतिष्ठित समाचार संस्थानों में कार्य किया है और मुझे जनता को सही और सटीक जानकारी प्रदान करने में खुशी मिलती है।

13 टिप्पणि

  • Mohit Parjapat

    Mohit Parjapat

    2 जून 2024

    अरविंद केजरीवाल को जमानत दो वरना देश बर्बाद हो जाएगा 😤🔥 ये लोग सिर्फ ताकत दिखाने के लिए जेल में रखते हैं, असली चोर तो बाहर घूम रहे हैं! 🤬

  • Sumit singh

    Sumit singh

    3 जून 2024

    क्या ये सब सिर्फ एक नाटक है? एक मुख्यमंत्री जो अपने स्वास्थ्य के नाम पर अदालत का फायदा उठा रहा है? ये लोग तो हर चीज़ को राजनीति में बदल देते हैं। अगर वाकई बीमार हैं तो अस्पताल में रहें, जेल में भी डॉक्टर होते हैं। 🤷‍♂️

  • fathima muskan

    fathima muskan

    4 जून 2024

    ईडी के साथ सब कुछ फिक्स है भाई... ये सब चुनाव से पहले का दबाव है। जब तक आम आदमी के नेता जेल में हैं, तब तक वो अपनी नीतियाँ लागू नहीं कर सकते। अमेरिका में भी ऐसा होता है... बस वहाँ रिपब्लिकन्स करते हैं, यहाँ कांग्रेस करते हैं। 🕵️‍♀️

  • Devi Trias

    Devi Trias

    5 जून 2024

    स्वास्थ्य के आधार पर अंतरिम जमानत की याचिका न्यायिक रूप से वैध है। यदि डॉक्टरों ने तुरंत चिकित्सा जांच की सिफारिश की है, तो अदालत के लिए इसे अनदेखा करना न्याय के विपरीत होगा। न्याय का अर्थ है समानता और मानवीय दृष्टिकोण।

  • Kiran Meher

    Kiran Meher

    6 जून 2024

    भाई ये तो जिंदगी का सबसे बड़ा मौका है अरविंद जी के लिए अगर वो बाहर आ गए तो देश बदल जाएगा जानते हो कितने लोग उनकी बात मानते हैं वो एक असली नेता हैं बस इतना ही काफी है ❤️🔥

  • Tejas Bhosale

    Tejas Bhosale

    7 जून 2024

    ये सब एक डिस्कोर्डेंस रेजिम का उदाहरण है... न्याय का अर्थ है निर्णय की गति, न कि निर्णय की वैधता। जब एक नेता को जेल में रखा जाता है, तो ये डिमोक्रेसी का एक एपिसोड है जिसमें स्टेट ने अपनी सुप्रीमेसी को दर्शाया है।

  • Asish Barman

    Asish Barman

    8 जून 2024

    केजरीवाल को जमानत दे दो या न दो... फर्क नहीं पड़ता। इस देश में कोई भी नेता जेल जाता है तो उसके बाद भी वो चुनाव जीत जाता है। लोगों को असली बात समझ नहीं आती।

  • Abhishek Sarkar

    Abhishek Sarkar

    9 जून 2024

    ये सब एक बड़ी साजिश है जिसमें विदेशी बल और आंतरिक शत्रु एक साथ काम कर रहे हैं। जब तक एक नेता जो लोगों को जागृत करता है उसे नहीं रोक दिया जाता, तब तक ये देश अपनी आत्मा खो देगा। ईडी बस एक औजार है जिसे बड़े लोग इस्तेमाल कर रहे हैं। जागो भारत!

  • Niharika Malhotra

    Niharika Malhotra

    10 जून 2024

    हर व्यक्ति को न्याय का अधिकार है। अगर केजरीवाल जी के स्वास्थ्य की चिंता है, तो यह एक मानवीय आवश्यकता है। अदालत इसे समझे और उन्हें उचित समय दे। हमें भी उनके लिए प्रार्थना करनी चाहिए। शांति और न्याय ही असली ताकत है।

  • Baldev Patwari

    Baldev Patwari

    10 जून 2024

    अरविंद केजरीवाल? ओह बस एक और चालाक नेता जो अपने वादों के नाम पर लोगों को भागा रहा है। जेल में बैठे हो तो शांति से बैठो, बाहर आकर फिर से चुनाव लड़ो। ये सब नाटक बहुत बोरिंग हो गया है।

  • harshita kumari

    harshita kumari

    11 जून 2024

    ईडी के पास कोई साक्ष्य नहीं है बस एक बड़ा झूठ है... अगर वो वाकई गलत होते तो सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें चुनाव प्रचार के लिए छोड़ा ही नहीं होता... ये सब राजनीति है और अदालत भी उसके हाथों में है... बस अभी तक कोई नहीं बोल पाया

  • SIVA K P

    SIVA K P

    12 जून 2024

    अरे यार तुम सब इतने ड्रामा क्यों कर रहे हो? जेल में बैठा है तो बैठ जाओ। वो बाहर आएगा तो फिर से लोगों को धोखा देगा। इस देश में कोई भी नेता अच्छा नहीं होता। बस अलग-अलग नाम से बेच रहे हो।

  • Neelam Khan

    Neelam Khan

    12 जून 2024

    हर इंसान को अपनी सेहत के लिए लड़ने का हक है। अगर केजरीवाल जी को बाहर जाने की जरूरत है, तो अदालत उन्हें वहीं तक समय दे। देश का भविष्य उनके जैसे लोगों से बनता है। हम उनके लिए आशीर्वाद देते हैं। 🙏

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