BSE ओडिशा बोर्ड 10वीं का परिणाम 2024 आज घोषित होगा: जानें पूरी जानकारी
ओडिशा माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (BSE) ने आज 10वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम घोषित करने की तैयारी कर ली है। इस वर्ष परीक्षा में शामिल हुए छात्रों के लिए यह महत्वपूर्ण दिन है।
निर्धारित समयानुसार, परिणाम की घोषणा सुबह 10:30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से की जाएगी। इसके तुरंत बाद, लगभग 11:30 बजे, परिणाम लिंक आधिकारिक वेबसाइट bseodisha.ac.in पर सक्रिय हो जाएगा, जिससे छात्र अपने स्कोरकार्ड की जांच कर सकेंगे।
परीक्षा की विस्तृत जानकारी
इस वर्ष, 10वीं कक्षा की परीक्षा के लिए कुल 5,51,611 छात्रों ने पंजीकरण कराया था। परीक्षा का आयोजन 20 फरवरी से 4 मार्च तक 3,047 परीक्षा केंद्रों पर किया गया था। छात्रों और उनके अभिभावकों के लिए यह एक महत्वपूर्ण समय है क्योंकि परिणाम छात्रों के भविष्य की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
पिछले साल के परीक्षा परिणाम (2023) की तुलना में, इस वर्ष छात्रों की संख्या में वृद्धि देखी गई है। 2023 में 5,12,460 छात्रों ने परीक्षा दी थी, जिसमें से 96.04 प्रतिशत छात्रों ने सफलता प्राप्त की थी। विशेष रूप से, 2,58,827 लड़कियों और 2,56,877 लड़कों ने परीक्षा उत्तीर्ण की थी।
पुनर्मूल्यांकन और कंपार्टमेंट परीक्षा
जो छात्र अपने परिणाम से संतुष्ट नहीं होंगे, वे पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन कर सकते हैं। पुनर्मूल्यांकन छात्रों को अपने उत्तर पुस्तिकाओं का पुनः निरीक्षण कराने का अवसर प्रदान करता है, ताकि किसी भी तरह की त्रुटि को सुधारा जा सके।
इसके अलावा, उन छात्रों के लिए जो परीक्षा में असफल रहे हैं, बोर्ड द्वारा कंपार्टमेंट परीक्षा की तारीखें भी आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस में घोषित की जा सकती हैं। कंपार्टमेंट परीक्षा छात्रों को एक और मौका प्रदान करती है, ताकि वे अपनी 10वीं कक्षा की शिक्षा पूरी कर सकें। जो छात्र कंपार्टमेंट परीक्षा पास करेंगे, उन्हें भी 10वीं कक्षा उत्तीर्ण घोषित किया जाएगा।
भविष्य की चुनौतियाँ और संभावनाएँ
ओडिशा बोर्ड 10वीं के परिणाम छात्रों के लिए उनके शैक्षिक जीवन का एक महत्वपूर्ण मोड़ है। इससे न केवल उनके शैक्षिक प्रदर्शन की जांच होती है, बल्कि उनके भविष्य की दिशा भी निर्धारित होती है। जो छात्र अच्छे अंकों से उत्तीर्ण होंगे, वे अपने इच्छित क्षेत्र में आगे की पढ़ाई के लिए आवेदन कर सकते हैं।
आज का दिन ओडिशा के हजारों छात्रों और उनके परिवारों के लिए उत्सुकता और प्रतीक्षा का दिन है। सभी छात्रों को अपनी मेहनत और समर्पण का फल मिले, यही हम सबकी शुभकामनाएं हैं।
रिजल्ट की घोषणा के बाद की चुनौतियों और आगामी अवसरों को सही तरीके से समझना आवश्यक है। छात्रों की सफलता उनकी मेहनत और परिश्रम का परिणाम है, इसलिए हमें सभी छात्रों को उनके प्रयास के लिए बधाई देनी चाहिए।
ओडिशा बोर्ड 10वीं परिणाम की घोषणा के साथ ही छात्र नए आयामों में प्रवेश करेंगे। उन्हें सही मार्गदर्शन और समर्थन की आवश्यकता होगी।
Ambica Sharma
27 मई 2024ये रिजल्ट आने से पहले मेरा दिल धड़क रहा था जैसे कोई बड़ी बात हो रही हो। अब तो जो भी आया, वो अच्छा ही है। मेरी बहन ने पूरी मेहनत की थी, उसका दिल टूट गया था जब उसे पता चला कि एक सब्जेक्ट में थोड़ा कम आया। पर अब वो रो रही है खुशी से। बस इतना ही कहना है कि हर बच्चा जो परीक्षा देता है, वो एक हीरो है।
Hitender Tanwar
28 मई 2024ये सब बकवास है। 5.5 लाख छात्र, 96% पास, ये कौन सा बोर्ड है? इतना आसान तो कभी नहीं हुआ। अगर ये रिजल्ट असली है तो फिर क्या होता है जब कोई बच्चा 12वीं में फेल हो जाता है? बस बोर्ड का नाम बदल दो, अब ये नहीं बोर्ड है, ये रिजल्ट जनरेटर है।
pritish jain
28 मई 2024परीक्षा प्रणाली के उद्देश्य को देखते हुए, उत्तीर्णता की दर का आंकड़ा एक बहुत ही सामान्य सांख्यिकीय निष्कर्ष है। लेकिन यह तथ्य कि लड़कियों की संख्या लड़कों के बराबर है, इस वर्ष एक सामाजिक प्रगति का संकेत है। शिक्षा में लैंगिक समानता की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसे आंकड़ों के बिना भी समझा जा सकता है।
Gowtham Smith
29 मई 2024ये सब नियंत्रित फैक्ट हैं। बोर्ड ने जानबूझकर ये रिजल्ट बनाया है ताकि राजनीतिक लाभ हो। अगर आप गुजरात, तमिलनाडु या दिल्ली की तुलना करें, तो ये ओडिशा का रिजल्ट एक अजीब विकृति है। इसके पीछे कोई राजनीतिक राज़ है। बोर्ड के अध्यक्ष का नाम जान लो, वो एक राज्यपाल के भतीजे हैं।
Shivateja Telukuntla
31 मई 2024अच्छा हुआ कि रिजल्ट आ गया। अब बच्चों को थोड़ा आराम मिलेगा। बहुत से लोग इसे बहुत बड़ी बात बना देते हैं, पर ये तो बस एक शुरुआत है। अगला चरण है बच्चे को उसकी रुचि के अनुसार आगे बढ़ने में मदद करना। बस इतना ही।
Ravi Kumar
2 जून 2024मैंने अपने भाई के रिजल्ट का इंतज़ार करते करते चाय की चुस्कियाँ लीं, फिर बिस्कुट खाए, फिर घर का दरवाज़ा खोला, फिर खिड़की से बाहर देखा, फिर फोन चलाया, फिर फिर से चाय पी, फिर फोन देखा, फिर बच्चे की बहन ने बताया कि वेबसाइट लोड हो रही है, फिर मैंने खुद लिंक क्लिक किया, और फिर... वाह! उसने 92% किया! अब तो घर में जश्न है! बस इतना ही कहना है कि ये बच्चे हमारे देश की असली ताकत हैं!
rashmi kothalikar
2 जून 2024इतनी ज्यादा उत्तीर्णता? ये क्या हो गया? बच्चों को बस बेवकूफ बनाया जा रहा है। आज के बच्चे अपनी ज़िंदगी का अर्थ नहीं जानते, बस नंबरों के लिए जी रहे हैं। अगर ये रिजल्ट इतना अच्छा है तो फिर बच्चों को क्यों असफल नहीं होने दिया जाता? क्या ये सब एक बड़ा धोखा है? मैं रो रही हूँ।
vinoba prinson
3 जून 2024प्रतिशत उत्तीर्णता का आंकड़ा तो बहुत ही सामान्य है, लेकिन आपने देखा कि लड़कियों की संख्या लड़कों के बराबर है? ये तो एक सामाजिक रिवॉल्यूशन है। अगर आप इसे नहीं समझ पा रहे हैं, तो शायद आपको थोड़ा अधिक दर्शन और थोड़ा कम बुरा लगना चाहिए।
Shailendra Thakur
4 जून 2024रिजल्ट आ गया, अब बच्चे को थोड़ा आराम दो। चाहे अच्छा आया हो या बुरा, वो बच्चा तुम्हारा है। अगर वो खुश है, तो तुम भी खुश हो जाओ। अगर वो निराश है, तो उसके साथ बैठो, उसका हाथ पकड़ो। नंबर नहीं, व्यक्तित्व ही असली चीज़ है।
Muneendra Sharma
4 जून 2024क्या कोई बता सकता है कि पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन कब तक किया जा सकता है? मेरा भाई एक सब्जेक्ट में 2 अंक से फेल हुआ है। अगर वो अभी आवेदन कर दे तो क्या शायद बच जाए? और कंपार्टमेंट की तारीखें कब आएंगी? किसी को पता है?
Anand Itagi
5 जून 2024रिजल्ट आ गया बस अब बच्चों को थोड़ा आराम दो और उन्हें बताओ कि ये बस शुरुआत है और अगर आज नहीं तो कल बेहतर होगा बस डरो मत
Sumeet M.
6 जून 2024ये रिजल्ट किसने बनाया? क्या बोर्ड ने ये बनाया? या किसी राजनीतिक दल ने? ये नंबर तो बिल्कुल फेक हैं! अगर इतने ज्यादा बच्चे पास हो रहे हैं तो फिर क्या होता है जब एक बच्चा इंजीनियरिंग के लिए एंट्रेंस देता है? क्या वो भी सब पास हो जाएंगे? ये सब एक बड़ा धोखा है! ये बोर्ड भ्रष्ट है!
Kisna Patil
7 जून 2024इस रिजल्ट के बाद, हर बच्चे को याद दिलाना चाहिए कि वो अपनी ज़िंदगी का मालिक है। नंबर नहीं, उसकी मेहनत, उसकी लगन, उसकी आत्मविश्वास ही उसकी असली ताकत है। अगर आज तुम्हारा रिजल्ट अच्छा आया है, तो बधाई है। अगर नहीं, तो बस फिर से उठो। तुम अकेले नहीं हो। हम सब तुम्हारे साथ हैं।
ASHOK BANJARA
8 जून 2024इस बोर्ड के रिजल्ट को देखकर एक बात स्पष्ट होती है: शिक्षा का उद्देश्य अंक नहीं, बल्कि व्यक्तित्व का विकास है। लड़कियों की संख्या में बराबरी एक ऐतिहासिक मोड़ है। यह न केवल शिक्षा की उपलब्धि है, बल्कि सामाजिक समानता की जीत है। अब बाकी बोर्डों को भी इस मिसाल का पालन करना चाहिए।
Sahil Kapila
10 जून 2024अरे भाई ये रिजल्ट तो पहले से ही तय था ना? बोर्ड ने तो बता ही दिया था कि ये बार आसान होगा। लड़कियों के नंबर बढ़ाए गए ताकि फेमिनिस्ट लोग खुश हो जाएं। और बच्चों को बताया जा रहा है कि तुम बहुत अच्छे हो। अगर ये रिजल्ट असली है तो फिर एग्जाम पेपर क्यों नहीं दिखाया जाता? ये सब नाटक है
Rajveer Singh
11 जून 2024हमारे देश में शिक्षा को राजनीति के लिए बेच दिया जा रहा है। ये रिजल्ट किसी भी तरह से वास्तविक नहीं हो सकता। अगर ये इतने ज्यादा बच्चे पास हो रहे हैं, तो फिर भारत के एग्रीकल्चरल डेवलपमेंट के लिए टेक्निकल टैलेंट कहाँ है? ये सब बस एक बड़ा बुलशिट है। हमारे बच्चे असली ज्ञान के बजाय नंबरों के लिए तैयार हो रहे हैं।
Ankit Meshram
13 जून 2024जीत गए।