जब भीड़ बड़ी हो या कोई अप्रत्याशित आपदा आए, अक्सर बात भगदड़ की सुनने को मिलती है. लोग घबराते हैं, रास्ते बंद होते हैं और कभी‑कभी चोटें लग जाती हैं। इस पेज पर हम हाल ही में हुई कुछ प्रमुख घटनाओं को आसान भाषा में बताते हैं, ताकि आप समझ सकें कि क्यों ऐसी स्थिति बनती है और आगे क्या कर सकते हैं.
1. बाराबत्ती स्टेडियम में टिकट बेचते समय भरी भीड़ – भारत व इंग्लैंड के बीच दूसरे वनडे मैच का टिकट बिचौलियों ने जल्दी‑जल्दी बेचा, जिससे काफी लोग एक ही जगह पर इकट्ठा हो गए। सुरक्षा गेट खुलने से पहले ही लोगों की भीड़ बढ़ गई और कई दर्शक बेहोश हो गए. पुलिस को पानी की बूंदें डालनी पड़ी और एम्बुलेंस तुरंत बुलानी पड़ी.
2. अफ़ग़ानिस्तान में 6.3 तीव्रता का भूकंप – धरती के अंदर अचानक झटका आया, कई घर धँसे और सड़कों पर मलबा बिखर गया. इस आपदा ने भी स्थानीय लोगों को अस्थायी रूप से एकत्रित कर दिया, जिससे राहत कार्य में अतिरिक्त भगदड़ पैदा हुई.
3. सुप्रीम कोर्ट का कुत्तों के शेल्टर आदेश – दिल्ली‑एनसीआर में आवारा कुत्ते बहुत बढ़ गए थे. अदालत ने 8 हफ़्ते में सभी को शेल्टर भेजने का आदेश दिया, लेकिन मौजूदा सुविधाएँ खराब होने से लोगों में उलझन और विरोध की भीड़ बनी.
4. शिलॉन्ग टीर लॉटरी परिणाम जारी – रात‑टीर के नंबरों के इंतजार में हजारों लोग इंटरनेट और मोबाइल पर लगातार रिफ्रेश कर रहे थे. अचानक बड़े नंबरों का खुलासा होने से कुछ क्षेत्रों में भीड़भाड़ और छोटी‑छोटी झगड़े हुए.
अगर आप किसी बड़ी सभा या असामान्य स्थिति में हैं, तो इन बातों को याद रखें:
इन सरल कदमों से आप खुद की सुरक्षा बढ़ा सकते हैं और दूसरों को भी मदद मिल सकती है. याद रखिए, भगदड़ केवल तब होती है जब हम सब एक‑दूसरे का ध्यान नहीं रखते.
सेंचुरी लाइट्स पर आपको रोज़ नई खबरें मिलती रहती हैं – चाहे वह खेल, राजनीति या प्राकृतिक आपदा हो. अगर आप अभी भी इस तरह की स्थितियों में फँसे हुए हैं, तो तुरंत निकटतम अधिकारिक अधिकारी से संपर्क करें और सुरक्षित स्थान खोजें.
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एक 'सत्संग' के दौरान भगदड़ मचने से 116 लोगों की मौत हो गई और 200 से अधिक लोग घायल हो गए। इस दुर्घटना के चलते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज घटना स्थल की यात्रा कर सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित विभिन्न नेताओं ने शोक जताया है।
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