शारदीय नवरात्री हिन्दू कैलेंडर में सबसे रोचक नौ‑दिन का उत्सव है। ये आमतौर पर आश्विन महीने के शुक्ल पक्ष की नवमी से शुरू होता है और दसवें दिन (वीजाय) तक चलता है। कई लोग इसे दुर्गा पूजा, काली पूजन या माँ के विभिन्न रूपों को सम्मानित करने के अवसर के रूप में देखते हैं। इस समय हवा ठंडी होती है, शाम‑शाम को दीप जलते हैं और घर‑घर से गूँजती शहनाई की आवाज़ सुनने को मिलती है।
नवां दिन का महालता (अंतिम दिवस) सबसे बड़ा होता है, पर पहले नौ दिनों में भी कुछ खास रिवाज़ होते हैं:
इन रिवाज़ों का उद्देश्य सिर्फ आध्यात्मिक शांति नहीं बल्कि परिवार‑जोड़ाव को मजबूत करना भी है। जब सब मिलकर गाते‑गाते पूजा करते हैं तो घर की ऊर्जा सकारात्मक बनती है।
सेंचुरी लाइट्स ने इस साल के सबसे बड़े नवरात्रि इवेंट्स को कवर किया है:
इन कार्यक्रमों में भाग लेकर आप न सिर्फ पूजा‑पाठ देख सकते हैं बल्कि स्थानीय कलाकारों और शिल्पकारों को सपोर्ट कर सकते हैं। अगर आप बड़े शहर से दूर रहते हैं तो ऑनलाइन स्ट्रीमिंग सबसे आसान विकल्प है—बस अपने मोबाइल या लैपटॉप पर लॉग‑इन करें और माँ के चरणों में अपना सन्देश भेजें।
शारदीय नवरात्रि का असली मज़ा वही है जब आप परिवार, दोस्त और पड़ोसियों के साथ मिलकर उत्सव मनाते हैं। इस बार की योजना बनाते समय इन टिप्स को याद रखें: साफ‑सुथरे कपड़े पहनें, पूजा सामग्री पहले से तैयार रखें और सबसे ज़रूरी—खुश रहना न भूलें! चाहे आप घर में छोटी सी पोटली से माँ का रूप सजाएँ या बड़े मंडप में सामुदायिक पूजन में भाग लें, हर तरीका आपके अंदर की शांति को बढ़ाता है।
आख़िरकार, शारदीय नवरात्रि सिर्फ एक त्यौहार नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक पहचान का हिस्सा है। इस साल भी इसे बड़े उत्साह के साथ मनाएँ और सेंचुरी लाइट्स पर ताज़ा खबरें, फोटो‑गैलरी और लाइव कवरेज को फ़ॉलो करना ना भूलें।
शारदीय नवरात्रि 2024 के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा होती है। यह दिन 5 अक्टूबर 2024 को आता है। माना जाता है कि इस दिन मां की पूजा करने से जीवन में खुशियाँ और सफलता मिलती है। उनकी आरती में उनके सौंदर्य, भक्तों की रक्षा और इच्छाओं की पूर्ति के लिए गाए जाने वाले स्तुति श्लोक शामिल होते हैं। इस दिन की पूजा विधि को सही तरीके से करने का विशेष महत्त्व है।
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