अगर आप टेनिस के फैन हैं तो ये दो नाम आपके कानों में हमेशा गूँजते रहेंगे – टेनीस और सरेना विलियम्स। बहनों की इस रिवल्री ने न सिर्फ खेल को रोमांचक बनाया, बल्कि महिलाओं के लिए नई संभावनाओं का रास्ता भी खोला।
पहली बार दोनो sisters 1998 में फ्रेंच ओपन में मिलें. टेनीस ने सरेना को चार सेट में हराया, लेकिन बाद वाले मैचों में सरेना ने जल्दी ही अपना दबदबा बना लिया। 2001 के वॉशिंग्टन फाइनल में सरेना ने अपने भाई रिचर्ड को भी हरा कर विश्व नंबर वन बनी – उस दिन दोनों बहनों का टेनिस इतिहास बन गया।
सबसे यादगार मुकाबले 2002 यूएस ओपन फाइनल और 2003 ऑस्ट्रेलिया ओपन के थे. दोनों बार सरेना ने जीत हासिल की, लेकिन टेनीस ने दिखाया कि वह भी बराबर की ताकत रखती है. 2009 में वॉशिंग्टन फाइनल में टेनीस ने दो साल बाद फिर से सरेना को हराकर सबको चौंका दिया.
टेनिस कोर्ट पर उनका रिकॉर्ड शानदार है – मिलकर उन्होंने 30 ग्रैंड स्लैम टाइटल जीते हैं. सरेना के पास 23 टाइटल हैं जबकि टेनीस ने 7. दोनों बहनों की सर्विस रेट और फोरहैंड स्ट्रॉक्स अलग-अलग शैली दर्शाते हैं, जिससे उनका खेल विविध बना रहता है.
रिवल्री सिर्फ अंक-गिनती नहीं रही; इसने महिलाओं के खेल को लोकप्रिय बनाया। उनके बीच का प्रतिस्पर्धा युवा टेनिस खिलाड़ियों को प्रेरित करता है और स्पॉन्सर्स की दिमाग में महिला एथलीट्स की वैल्यू बढ़ाई.
आज भी दोनों कभी‑कभी मिलकर इवेंट्स में उपस्थित होते हैं, लेकिन आमतौर पर वे अलग-अलग टूर पर रहती हैं. फैंस के लिए इनके मैच देखना हमेशा एक खास अनुभव रहता है क्योंकि आप जानते हैं कि यह सिर्फ खेल नहीं, बल्कि दो बहनों की कहानी है.
अगर आप अगली बार किसी ग्रैंड स्लैम को फ़ॉलो कर रहे हों तो ‘Williams Sisters Rivalry’ का उल्लेख देखें. चाहे सरेना जीतें या टेनीस, दोनों ने टेनिस के इतिहास में अपना नाम लिखवाया है और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक मानक सेट किया है.
रिपोर्ट्स में 2025 यूएस ओपन में Venus Williams की संभावित मौजूदगी की चर्चा है, तो बहन Serena के साथ उनकी ऐतिहासिक प्रतिद्वंद्विता फिर सुर्खियों में है। सीधे मुकाबले की बात अभी अटकी है क्योंकि Serena 2022 में रिटायर हो चुकी हैं, लेकिन उनके मैचों की यादें आज भी खेल जगत को खींचती हैं। यहां दोनों के हेड-टू-हेड, बड़े फाइनल्स और टेनिस पर पड़े प्रभाव का साफ-सुथरा सार है।
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