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अभी हाल ही में एक भारतीय शोध टीम ने कैंसर जीन की पहचान करने के लिए एक तेज़ टेस्ट विकसित किया है। इस तकनीक से रोग का शुरुआती चरण भी पता चल जाता है, जिससे इलाज आसान हो जाता है। हम आपको ऐसे हर breakthrough को सरल शब्दों में समझाते हैं।
दूसरी खबर में बताया गया कि CRISPR जीन एडिटिंग अब फसल की पैदावार बढ़ाने के लिए प्रयोग में लाई जा रही है। किसानों को बेहतर बीज मिलेंगे और खाद्य सुरक्षा में सुधार होगा। इस प्रकार की जानकारी आपको कृषि‑सेवा या विज्ञान‑प्रेमी पाठकों को भी आकर्षित करेगी।
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दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर जी एन साईंबाबा का निधन एक सरकारी अस्पताल में चिकित्सा जटिलताओं के कारण हुआ। हाल ही में माओवादी लिंक केस में बरी हुए साईंबाबा को 20 दिनों से अस्पताल में भर्ती किया गया था। उनकी मृत्यु 54 वर्ष की आयु में हुई, हालांकि कुछ रिपोर्ट में उनकी आयु 57 बताई जा रही है।
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