आप जब "शक़्तिकांत दास" टैग खोलते हैं तो एक ही जगह पर कई तरह के समाचार मिलते हैं – राजनीति, खेल, विज्ञान से लेकर रोजमर्रा की जिंदगी तक। इसका मतलब है कि आप अलग‑अलग विषयों को जल्दी से पढ़ सकते हैं बिना साइट के कई पेज घूमे। यहाँ हम बताते हैं क्यों ये टैग आपके लिए फायदेमंद है और कैसे इसे सबसे असरदार तरीके से इस्तेमाल करें।
सबसे बड़ी वजह है अपडेट की गति। सेंचुरी लाइट्स हर दिन नई ख़बरें जोड़ता है, और इस टैग में उन सभी लेखों को इकट्ठा किया जाता है जिनमें शक्तिकांत दास से जुड़ी जानकारी होती है। चाहे वह अफगानिस्तान के हालिया भूकंप का असर हो या क्रिकेट की बारीकी, आप एक ही जगह पर सब पढ़ सकते हैं। इससे समय बचता है और आप खबरों में पीछे नहीं रहते।
दूसरा फायदा है भाषा की सादगी। सारे लेख हिन्दी में लिखे होते हैं, आसान शब्दों के साथ, ताकि हर पाठक बिना जटिल अर्थ समझे सामग्री को समझ सके। अगर आप हिंदी पढ़ना पसंद करते हैं, तो यह टैग आपके लिए बिल्कुल सही है।
पेज पर उपलब्ध लेखों की सूची में शीर्षक और छोटा विवरण दिखता है। उन लेखों को देखें जिनमें आपका दिलचस्पी वाला शब्द पहले दो लाइनों में आता हो – जैसे "भूकंप", "क्रिकेट" या "स्वास्थ्य"। ऐसा करने से आप तुरंत वही पढ़ेंगे जो आपके लिए महत्वपूर्ण है।
अगर किसी विशेष घटना की गहराई से जानकारी चाहिए, तो लेख के नीचे दिए गए टैग (जैसे "अफगानिस्तान भूकंप", "विराट कोहली") पर क्लिक करें। इससे समान विषय वाली और भी खबरें खुल जाएँगी। इस तरीके से आप एक ही मुद्दे पर कई दृष्टिकोण देख सकते हैं।
एक और टिप: हर लेख के अंत में अक्सर मुख्य बिंदुओं की सूची होती है। उन बिंदुओं को स्कैन करके जल्दी पता चल जाता है कि लेख आपके प्रश्न का जवाब देता है या नहीं। यह तरीका पढ़ने की गति बढ़ाता है और जानकारी को याद रखना आसान बनाता है।
अंत में, अगर आप चाहते हैं कि भविष्य में भी यही प्रकार के अपडेट मिलते रहें, तो साइट पर "न्यूज़लेटर्स" या "फॉलो" विकल्प का इस्तेमाल करें। इससे नई लेख सीधे आपके इनबॉक्स या प्रोफ़ाइल में आ जाएँगे और आपको हर बार पेज खोलने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
तो अब जब भी आप "शक़्तिकांत दास" टैग देखेंगे, तो समझें कि यह एक संकलित स्रोत है जहाँ से आप ताज़ा, सटीक और आसानी से पढ़ी जाने वाली खबरें ले सकते हैं। बस थोड़ा स्क्रॉल करें, शीर्षक पर क्लिक करें और जानकारी का फायदा उठाएँ।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपने वित्त वर्ष 2024-25 की द्वि-मासिक मौद्रिक नीति बैठक में रेपो रेट को 6.5% पर अपरिवर्तित रखा है। RBI गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता में आयोजित मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक में यह निर्णय लिया गया। समिति ने 4:2 के वोटिंग अनुपात से यह फैसला लिया और 'अनुकूल रुख' को जारी रखने का संकल्प लिया। आरबीआई ने GDP वृद्धि दर का अनुमान भी संशोधित कर 7.2% कर दिया है।
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