हर कोई चाहता है कि उसका क्रिकेटी हिट करे, लेकिन शतक बनाना आसान नहीं। यशस्वी जयसवाल ने यही कर दिखाया। छोटे शहर ग्वालियर से निकल कर, वो अभी कुछ सालों में ही अंतरराष्ट्रीय सूची में जगह बना चुका है। आइए देखें कि उसके शतक के पीछे कौन‑सी तैयारी और मानसिकता छिपी है।
यशस्वी का सफ़र कई कठिनाइयों से भरा था। बचपन में कम संसाधन, लेकिन बड़ा सपना था। ट्रेन की धूल भरी बैंचों पर बाल लकीरें खींचते हुए वह अपने खेल को सिम्युलेट करता था। जब उसने पहली बार रॉयल लैंडर में खेला, तो कोच ने कहा – ‘अगर तुम थमे नहीं, तो चमकोगे’। उस पर भरोसा कर यशस्वी ने हर ट्रेनिंग दोपहर को दो बार दोहराया, फिटनेस और तकनीक पर फोकस किया।
इस मेहनत ने उसे खास बनाता, जब 2023 में वह आईपीएल में पावरप्लेज़ में आए। वहीँ से उसका शतक विचार धारा बदल गया।
शतक बनाने के लिए सिर्फ शॉट नहीं, बल्कि स्थिति पढ़ने की समझ चाहिए। यशस्वी ने 2024 के एक टेस्ट मैच में 150 गेंदों पर 108 रन बनाए। शुरुआत में उसने धीमी शुरुआत की, फिर धीरे‑धीरे पिच पर नियंत्रण पाया। जब गेंदबाज़ों ने स्पिन रेंज पर खेला, तो उसने शॉर्ट पिच को हिट करके रॉकिंग बाउंड्री मार डाली। इस दौरान उसका साइड‑लाइन फील्डर भी अक्सर ‘टिक’ बॉक्स में तैयार रहता था, जिससे उसे पिंग‑पोंग जैसा फील हुआ।
एक खास बात है – यशस्वी ने शतक के बाद भी अपनी स्ट्रोक्स में बदलाव नहीं किया। वह हमेशा वही बेसिक फॉर्मूला रखता है: लाइन‑ऑफ़‑बॉल, क्रीज़ी फ़िट, और हेडस्टेड शॉट। इस वजह से शतकों को दुरुपयोग नहीं किया, बल्कि निरंतरता बनी रही।
शतक बनते ही यशस्वी ने दर्शकों को बताया – ‘मैं इस शतक को अपने गाँव के लिए समर्पित करता हूँ, जहाँ हर बच्चा सपना देखता है।’ इस भावना ने कई युवा खिलाड़ियों को प्रेरित किया।
आगे देखते हुए, यशस्वी के कोचिंग टीम ने बताया कि अगले साल में वह ओडिया, पावरप्लेज़ और 20‑ओवर फॉर्मेट में भी योगदान देगा। उनका लक्ष्य अब सिर्फ शतक नहीं, बल्कि निरंतर 50+ रन बनाना है।
अगर आप भी अपने खेल में प्रगति चाहते हैं तो यशस्वी की कहानी से एक बात याद रखें: कठिनाइयाँ बाग़ी नहीं, सीखने का मौका हैं। रोज़ाना छोटे‑छोटे लक्ष्य रखो, अपने कमजोरियों को पहचानो और उन पर काम करो। यही रास्ता शतक तक ले जाएगा।
पहले टेस्ट में भारत ने 359/3 के मजबूत स्कोर से दिन‑1 समाप्त किया। यशस्वी जयसवाल और शुबमन गिल ने शतक लगाए, जबकि ऋषभ पैंट ने तेज़ी से अर्धशतक बनाया। इंग्लिश गेंदबाजों को लगातार ब्रेक नहीं मिल पाई, जिससे भारतीय बल्लेबाज़ी के सामने कोई रोक नहीं रही। इस जीत से भारत को आगे के दिनों में बड़ा फायद़ा मिलेगा।
खेल