अंतरराष्ट्रीय समाचार – आपका विश्व अपडेट

क्या आप कभी सोचते हैं कि दुनिया में क्या चल रहा है? सेंचुरी लाइट्स पर हम आपके लिये हर महत्त्वपूर्ण खबर को आसान भाषा में लाते हैं। यहाँ आपको अफगानिस्तान के भूकंप से लेकर यूरोप की राजनीति तक, सब कुछ मिल जाएगा। तो चलिए, सीधे मुद्दे पर आते हैं।

हाल के प्रमुख अंतरराष्ट्रीय घटनाएँ

अफगानिस्तान में 6.3 तीव्रता वाला भूकंप आया और 1,400 से अधिक लोग मारे गए। कई गांव बिखर गए, सड़कें टूट गईं और संचार बाधित हो गया। स्थानीय प्रशासन अभी भी बचाव कार्य में व्यस्त है, जबकि अंतरराष्ट्रीय मदद के इंतजार में हैं।

अमेरिका में डोनाल्ड ट्रम्प पर दूसरे हत्या प्रयास की खबर ने फिर से साजिशों का माहौल बना दिया। फ्लोरिडा के एक गोल्फ क्लब में यह घटना हुई, FBI अब इस मामले को हत्याकांड मानकर जांच रही है। ट्रम्प ने अपने समर्थकों को आश्वस्त किया कि वह सुरक्षित हैं।

इटली और भारत के बीच भी नई ऊर्जा आ गई है। इटाली के प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने जी‑7 समिट में नरेंद्र मोदी से ‘नमस्ते’ करके एक वायरल वीडियो शेयर किया, जिससे दोनों देशों के रिश्ते मजबूत होने की उम्मीद है। यह छोटी सी झलक दोनों नेताओं के सहयोग को दिखाती है।

फ़्रांस में हाल ही में चुनाव हुए और वामपंथी गठबंधन ने बड़ी जीत हासिल की। परिणामस्वरूप कई शहरों में हिंसा की खबरें आईं, जिससे देश में राजनीतिक माहौल तनावपूर्ण हो गया। इस बदलाव का यूरोपीय नीति पर भी असर पड़ेगा, जैसा कि विशेषज्ञों ने कहा है।

इज़राइल और यमन के बीच हवाई हमला फिर से सामने आया। इज़राइली जेट्स ने यमन के हौथी‑नियंत्रित क्षेत्रों में तेल सुविधाओं को निशाना बनाया, जिससे ऊर्जा बुनियादी ढांचा नुकसान पहुंचा। इस कदम ने मध्य पूर्व की सुरक्षा स्थिति को और जटिल बना दिया है।

आपको क्या जानना चाहिए?

इन सभी घटनाओं का असर हमारे दैनिक जीवन पर भी पड़ता है। चाहे वह तेल कीमतों में बढ़ोतरी हो या अंतरराष्ट्रीय पर्यटन के नियम बदलें, हर खबर का एक प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष प्रभाव होता है। इसलिए हमेशा अपडेट रहना जरूरी है।

अगर आप विदेश यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो इन ख़बरों को देख कर सुरक्षा उपाय तय करें। जैसे कि फ़्रांस में कुछ क्षेत्रों में तनाव बढ़ा है, तो वहाँ के स्थानीय समाचार देखें और सावधानी बरतें।

अंत में यह याद रखें कि अंतरराष्ट्रीय खबरें सिर्फ बड़े देशों की नहीं, छोटे राष्ट्रों की भी महत्वपूर्ण होती हैं। अफगानिस्तान जैसे देश में प्राकृतिक आपदा लोगों की ज़िंदगी बदल देती है, इसलिए मानवीय मदद का समर्थन करना हम सभी की जिम्मेदारी है।

सेंचुरी लाइट्स पर हम रोज़ नई ख़बरें जोड़ते रहते हैं, ताकि आप कभी भी पीछे न रहें। अगर कोई विशेष विषय है जिसपर आप और जानकारी चाहते हैं, तो हमें बताइए—हम आपके लिये वही लाएँगे।

अफगानिस्तान भूकंप: 6.3 तीव्रता का झटका, मौतें 1,400 पार
सितंबर 2, 2025
अफगानिस्तान भूकंप: 6.3 तीव्रता का झटका, मौतें 1,400 पार

अफगानिस्तान में 6.3 तीव्रता का भूकंप, मौतें 1,400 से ज्यादा और हजारों घायल। मिट्टी के घर ढह गए, सड़कें टूटीं और संचार बाधित। तालिबान प्रवक्ता के मुताबिक सबसे ज्यादा हताहत कुनर में हैं, जबकि कई दूरदराज गांवों तक पहुंचना मुश्किल है। अस्पतालों पर दबाव, लगातार बचाव जारी। देश पहले भी 2023 और 2022 के घातक भूकंप झेल चुका है।

अंतरराष्ट्रीय
डोनाल्ड ट्रम्प पर दूसरे हत्या के प्रयास से दुनिया स्तब्ध
सितंबर 17, 2024
डोनाल्ड ट्रम्प पर दूसरे हत्या के प्रयास से दुनिया स्तब्ध

डोनाल्ड ट्रम्प पर दूसरे हत्या के प्रयास से फिर से हड़कंप मच गया है। ट्रम्प इंटरनेशनल गोल्फ क्लब, वेस्ट पाम बीच, फ्लोरिडा में गोल्फ खेलते समय घटना हुई। एफ़बीआई इस प्रयास को हत्या का प्रयास मान कर जाँच कर रही है। ट्रम्प ने अपने समर्थकों को आश्वस्त किया कि वह सुरक्षित हैं।

अंतरराष्ट्रीय
भारत में चुप रहें शेख हसीना, बांग्लादेश उनकी प्रत्यर्पण का इंतजार कर रहा है: मुहम्मद यूनुस
सितंबर 6, 2024
भारत में चुप रहें शेख हसीना, बांग्लादेश उनकी प्रत्यर्पण का इंतजार कर रहा है: मुहम्मद यूनुस

मुहम्मद यूनुस ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के भारत से राजनीतिक बयानबाजी की आलोचना की है और उन्हें बांग्लादेश के प्रत्यर्पण तक चुप रहने की सलाह दी है। उन्होंने हसीना की टिप्पणियों को 'अमित्रता का संकेत' बताया और कहा कि इससे दोनों देशों के बीच असहजता हो रही है। यूनुस ने बांग्लादेश की स्थिरता और द्विपक्षीय संबंधों में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया।

अंतरराष्ट्रीय
तेल अवीव हमले के बाद यमन में हौथी लक्ष्यों पर इजरायली जेट्स के हमले
जुलाई 21, 2024
तेल अवीव हमले के बाद यमन में हौथी लक्ष्यों पर इजरायली जेट्स के हमले

इजरायली जेट्स ने यमन में हौथी नियंत्रित लक्ष्यों पर हमला किया। यह हमला तेल अवीव पर हौथी विद्रोहियों द्वारा ड्रोन हमले के बाद किया गया। हवाई हमलों ने होदेइदाह बंदरगाह के पास ऊर्जा संरचना को निशाना बनाया, जिसमें तेल सुविधाएं और एक पावर स्टेशन क्षतिग्रस्त हो गए।

अंतरराष्ट्रीय
फ्रांस में चुनाव परिणामों के बाद हिंसा के बीच वामपंथी पार्टियों का दबदबा
जुलाई 8, 2024
फ्रांस में चुनाव परिणामों के बाद हिंसा के बीच वामपंथी पार्टियों का दबदबा

फ्रांस में संसदीय चुनावों के नतीजे अप्रत्याशित रहे, जिसमें वामपंथी पार्टी गठबंधन ने बड़ी जीत हासिल की। इस जीत के बाद कई स्थानों पर हिंसा की खबरें आई हैं। यह राजनीतिक परिवर्तन से फ्रांस की घरेलू और विदेश नीति पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ने की उम्मीद है।

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इतालवी प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने पीएम मोदी के साथ साझा की सेल्फी वीडियो, भारत-इटली संबंधों में आई नई ताजगी
जून 16, 2024
इतालवी प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने पीएम मोदी के साथ साझा की सेल्फी वीडियो, भारत-इटली संबंधों में आई नई ताजगी

इतालवी प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने अपने एक्स अकाउंट पर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक सेल्फी वीडियो साझा की। यह वीडियो पीएम मोदी के ऐतिहासिक तीसरे कार्यकाल के पहले विदेशी दौरे के दौरान लिया गया था। यह दौरा इटली के दक्षिणी क्षेत्र अपुलिया में G7 समिट के अवसर पर हुआ। दोनों नेताओं ने आपसी सहयोग को और मजबूत करने पर चर्चा की।

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इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने G7 नेताओं का 'नमस्ते' से स्वागत किया: वायरल हुई यह भारत की पारंपरिक भेंट
जून 14, 2024
इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने G7 नेताओं का 'नमस्ते' से स्वागत किया: वायरल हुई यह भारत की पारंपरिक भेंट

इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने इस वर्ष के ग्रुप ऑफ सेवेन (G7) सम्मेलन में प्रमुख वैश्विक नेताओं का भारतीय पारंपरिक अभिवादन 'नमस्ते' से स्वागत किया। इस विशेष क्षण को कई वीडियो में कैद किया गया और सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। यह सम्मेलन 13 से 15 जून तक इटली के पग्लिया क्षेत्र में आयोजित हुआ।

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आयरलैंड, नॉर्वे और स्पेन ने फलीस्तीन को स्वतंत्र राज्य के रूप में मान्यता दी: क्या बदला?
मई 29, 2024
आयरलैंड, नॉर्वे और स्पेन ने फलीस्तीन को स्वतंत्र राज्य के रूप में मान्यता दी: क्या बदला?

आयरलैंड, नॉर्वे और स्पेन ने फलीस्तीन को स्वतंत्र राज्य के रूप में मान्यता दी, जिससे फलीस्तीन के समर्थकों में आशा और गर्व की भावना जाग्रत हुई है। इस निर्णय से फलीस्तीन की अंतर्राष्ट्रीय स्थिति में सुधार होगा और इसराइल पर अधिक दबाव पड़ेगा कि वह शांति वार्ता की दिशा में कदम बढ़ाये।

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