अगर आप भारत में चल रहे सबसे बड़े न्यायिक फैसलों को समझना चाहते हैं तो सही जगह पर आए हैं। यहाँ हम सुप्रीम कोर्ट के हालिया आदेशों, उनके असर और जनता की प्रतिक्रियाओं का आसान भाषा में सार देते हैं। चाहे वह दिल्ली‑NCR में आवारा कुत्तों का हटाना हो या देश भर के बड़े‑बड़े केस, आप सब कुछ एक नज़र में पढ़ पाएँगे।
सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में दिल्ली‑NCR के सभी आवारा कुत्तों को 8 हफ़्ते में शेल्टर या घर में ले जाने का सख़्त निर्देश दिया। इस फैसले में लगभग पाँच हज़ार कुत्तों की स्टेरिलाइज़ेशन और नई आश्रय सुविधा बनाने का आदेश भी शामिल है। कोर्ट ने कहा कि बिना देखभाल वाले कुत्ते सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिये खतरा हैं, इसलिए जल्दी‑जल्दी उपाय जरूरी थे।
आदेश पर जानवर प्रेमियों ने विरोध जताया, लेकिन कई एनजीओ ने बताया कि यह कदम अगर सही ढंग से लागू हुआ तो शहर में सफाई और रोग नियंत्रण दोनों बेहतर होगा। सरकार अब शेल्टर बनवाने की तैयारी कर रही है, जबकि कुछ क्षेत्रों में पहले से ही अस्थायी घर उपलब्ध कराए गए हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने इस महीने कई बड़े‑बड़े मामलों पर भी फैसला दिया। एक मामला था अफगानिस्तान भूकंप राहत में भारत की सहायता पर, जिसमें कोर्ट ने कहा कि मानवीय मदद को कोई कानूनी बाधा नहीं बननी चाहिए। दूसरे केस में एक अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता के दौरान भारतीय एथलीट्स के अधिकारों की रक्षा के लिए विशेष निर्देश जारी किए गए।
एक और उल्लेखनीय फैसला पर्यावरण संरक्षण से जुड़ा था—कोर्ट ने कई राज्य सरकारों को जलवायु परिवर्तन के खिलाफ कड़ी नीति अपनाने का आदेश दिया। यह कदम भारत में सतत विकास को आगे बढ़ाने के लिये महत्त्वपूर्ण माना जा रहा है। इन फैसलों का असर न केवल कानूनी क्षेत्र में बल्कि आम लोगों की रोज़मर्रा की ज़िन्दगी में भी दिखेगा।
सुप्रीम कोर्ट के ये निर्णय अक्सर जनता की राय बदलते हैं। कई बार लोग कोर्ट को ‘आखिरी आशा’ मानते हैं, जबकि कभी‑कभी अदालत का कदम विवादास्पद भी हो सकता है। इस टैग पेज पर आप इन सभी ख़बरों को सरल भाषा में पढ़ सकते हैं और समझ सकते हैं कि कोर्ट के आदेश आपके जीवन को कैसे प्रभावित करेंगे।
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सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने NEET-UG 2024 परीक्षा के लिए संशोधित स्कोरकार्ड जारी किए हैं। IIT-दिल्ली की विशेषज्ञ समिति द्वारा एक विवादित फिजिक्स प्रश्न के लिए एक सही उत्तर की पहचान करने के बाद यह निर्णय लिया गया। इस परिवर्तन से लगभग 4.2 लाख छात्रों के अंकों पर असर पड़ेगा।
शिक्षाराष्ट्रपति बाइडन रिपब्लिकन राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान सुप्रीम कोर्ट में बड़े बदलावों का समर्थन करने की योजना बना रहे हैं। ये प्रस्तावित बदलाव चल रहे राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के बीच घोषित किए जा सकते हैं, जिसमें डोनाल्ड ट्रंप भी प्रमुख भूमिका में हैं।
राजनीतिसुप्रीम कोर्ट आज नेशनल एलिजिबिलिटी कम एन्ट्रेंस टेस्ट अंडरग्रेजुएट (NEET UG) 2024 के परिणाम पर सुनवाई करेगा। यह सुनवाई पेपर लीक और ग्रेस मार्क्स की मांग को लेकर की जा रही है। राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) ने 12 जून 2024 को परिणाम घोषित किया था, लेकिन इसके बाद से ही विवाद उत्पन्न हो गए हैं। छात्रों और अभिभावकों ने परिणाम में विसंगतियों का आरोप लगाया है।
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